कुमाऊँ
शादी की खुशी को प्रकृति के साथ सांझा किया
भौतिकता व दिखावे से जहाँ एक और लोगो में अंधी दौड़ बनी रहती है वही कुछ लोग इससे इतर अपने को प्रकृति के साथ बनाये रखने में खुशी का अनुभव करते है। महामारी के इस संकट के समय में भी शादी बराते खूब धूम धाम से हो रही है और कोरोना प्रोटोकॉल को भूलते जा रहे है जोकि खतरनाक है। लेकिन कुछ लोग पूरा सामंजस्य बनाकर छोटी रश्म अदा कर ही समाज मे जहाँ खुद सुरक्षित रह रहे है बल्कि औरो के लिए प्रेरणा का काम भी कर रहे है।
जनपद पिथोरागढ़ के तहसील बेरीनाग के चौडमून्या के ग्राम बसैत, नागोर निवासी नरेश चंद्र कोठारी, निर्मला कोठारी ने अपने पुत्र की शादी सादगी से की व सारी रश्म पूरी होने के बाद बर वधु सहित सभी गांववासियों ने निकट के खेत में ही पौधरोपण किया। सामाजिक कार्यकर्ता,व प्रकृति प्रेमी शिक्षक प्रेम प्रकाश उपाध्याय ‘नेचुरल’ की इस पहल पर सभी लोगो ने खुशी व्यक्त की। गाँव मे इस परंपरा को आगे भी बनाये रखने की प्रतिबद्धता जाहिर की।
पौधरोपण के इस कार्यक्रम में बर बधू, चेतन, दीप्ति सहित, बसंत पंत,रवि शर्मा गीता शर्मा,प्रेम लता, दीपा, दकशीष उपाध्याय, हेमंत कोठारी,मंजू कोठारी, गणेश कोठारी, नवीन कोठारी,महेश पंत ,दीपक नेवालिया सहित काफी लोग मौजूद रहे। लोगो ने इस पर प्रसन्नता व्यक्त की और इन प्रयासों की सराहना की है। पूरे कार्यक्रमो में कोविड के नियमों का पूरा ध्यान रखा गया।
प्रेम प्रकाश उपाध्याय ‘नेचुरल’
(लेखक सामाजिक जीवन से जुड़े है और महामारी से बचने को लोगो को जागरूक कर रहे हैं)