कुमाऊँ
पशुओं को लेने गए किसान को गुलदार ने मार डाला
हल्द्वानी। क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों से लगातार कोरोना कर्फ्यू की वजह से सन्नाटा पसरा हुआ है। इसी का लाभ अब जंगली जानवर भी उठने लगे हैं। आवादी की तरफ आ रहे जानवरों में हाथी, शेर, गुलदार प्रमुख हैं। इधर आज दोपहर करीब पौने तीन बजे गौलापार के जीतपुर रैक्वाल गांव में पशुओं को लेने गये किसान को गुलदार ने हमला कर मार डाला। ग्रामीण किसान का नाम चनर सम्मल बताया जा रहा है। ग्रामीणों के अनुसार चनर सम्मल हर रोज पशुओं को चरने के लिए शेरनाला की ओर भेज देते और दोपहर बाद उन्हें वापस लेने जाते थे।
आज भी वह पौने तीन बजे के आसपास अपने पशुओं को लेने के लिए निकले लेकिन काफी देर तक नहीं लौटे तो परिजनों ने उनकी तलाश शुरू की। इस बीच खेतों में गुलदार के पैरों के निशान देखकर परिजनों को चनर सम्मल के साथ अनहोनी की आशंका हुई। इस पर गांव के अन्य लोग भी मौके पर आ गए चनर की ढूंढ खोज की गई। जब ग्रामीण कुछ ही दूर जंगल की तरफ गए तो उन्हें चनर संभल का रक्त रंजित शव दिखाई पड़ा। बाद में ग्राम प्रधान ममता बिष्ट ने वन विभाग और पुलिस को चनर सम्मल को गुलदार द्वारा मारे जाने की जानकरी दी। जिसके बाद 108 एंबुलेंस में चनर सम्मल को अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने चनर के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
सूचना मिलते ही वन विभाग के तराई पूर्वी वन प्रभाग की रेंजर शालिनी सिंह भी मौके पर पहुंची। इस दौरान ग्रामीणों ने वन विभाग को खूब खरी खोटी भी सुनाई। गांव के नीरज रैक्वाल ने कहा कि वन विभाग की लापरवाही से गुलदार का मूवमेंट गांव की ओर हो रहा है। विगत दिवस जगतपुर में भी गुलदार ने दो बकरियों को मार गया था। उन्होंने मांग की है कि पिंजरा लगाकर गुलदार को तत्काल पकड़ा जाए। ग्रामीणों ने चनर सिंह के परिवार को उचित मुआवजा दिए जाने की मांग की।