गढ़वाल
3 साल की बच्ची को गुलदार ने बनाया अपना निवाला
उत्तराखंड में एक तरफ कोरोना वायरस के मामले बढ़ते जा रहे हैं दूसरी तरफ पहाड़ी क्षेत्र में आग लगने के कारण गुलदार और तेंदुए आवादी की तरफ आ रहे हैं और जंगली जानवरों का आतंक खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है पर्वतीय क्षेत्रों में हालात गंभीर होते जा रहे हैं। पौड़ी में गुलदार ने तीन साल की बच्ची पर हमला कर दिया और उसकी मौत हो गई। गांव में सनसनी मच गई है और ग्रामीणों ने वनविभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया है।
दुगड्डा नगर पालिका से सटे ग्राम गोदी बड़ी निवासी चंद्रमोहन डबराल की साढ़े तीन वर्षीय पुत्री माही शनिवार शाम करीब सात बजे अपनी दादी वह अन्य ग्रामीणों के साथ खेत से घर की ओर आ रही थी। माही दादी से आगे बच्चों के साथ चल रही थी। इसी दौरान झाड़ियों में घात लगाकर बैठे गुलदार ने माही पर झपट्टा मार दिया और उसे घसीटते हुए झाड़ियों की ओर ले गया। चीख-पुकार सुनकर परिजन परिजन मौके पर पहुंचे। इसके बाद पुलिस और वन विभाग की टीम को घटना की जानकारी दी गई।
दोनों ने सर्च अभियान चलाया और घर से करीब 200 मीटर दूर गंभीर अवस्था में झाड़ियों में पड़ी हुई मिली। उसे हॉस्पिटल ले जाया गया लेकिन डॉक्टरों ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद ग्रामीणों ने वन विभाग से पहरा देने की मांग की है। घटना से बालिका के परिजनों में कोहराम मचा हुआ है वहीं समूचे क्षेत्र में शोक की लहर है। रेंजर किशोर नौटियाल का कहना है कि क्षेत्र में वन विभाग की गश्त बढ़ा दी गई है। पिंजरा लगाने की कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने क्षेत्रवासियों से एहतियात बरतने की अपील की है।