उत्तराखण्ड
ठग ने खुद को केंद्रीय मंत्री बताकर व्यवसाई से ठगी 10 लाख की रकम
लोगों के साथ जालसाजी और ठगने के मामले तो आए दिन सामने आते रहते हैं लेकिन इस बार एक ऐसा मामला हरिद्वार जिले से सामने आया है जहां पर एक आदमी ने खुद को केंद्रीय मंत्री बताकर एक व्यक्ति से 10 लाख रुपए की ठगी कर दी।
बता दें कि हरिद्वार शहर कोतवाली क्षेत्र में एक ऐसी जालसाजी का मामला प्रकाश में आया है, जिसमें एक ठग ने खुद को केंद्रीय मंत्री बताकर एक व्यवसायी से 10 लाख रुपए की बड़ी धनराशि ठग ली। बताया गया है कि ठग ने खुद को केंद्रीय उपभोक्ता एवं खाद्य मंत्रालय में केंद्रीय राज्य मंत्री बताते हुए देहरादून निवासी व्यवसायी को मंत्रालय में सलाहकार सदस्य बनवाने का झांसा देकर यह ठगी की। पीड़ित ने इसकी पुलिस को शिकायत की, लेकिन पुलिस ने उसकी बात का विश्वास नहीं किया। इस पर व्यवसायी ने न्यायालय की शरण ली। अब न्यायालय के आदेश पर शहर कोतवाली पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है।
पीड़ित व्यवसायी का नाम अवनीश कौशिक पुत्र शिव कुमार शर्मा निवासी लोहियापुरम, एमडीडीए कॉलोनी, त्यागी रोड देहरादून बताया गया है। अवनीश ने न्यायालय को बताया कि 2019 में ट्रांसपोर्ट का काम करने वाले अपने दोस्त रवि के जरिए वह कौशल कुमार से मिले। कौशल ने उनको बताया कि वह हरिद्वार के ही रहने वाले है।
कई फैक्ट्रियों के मालिक है और उपभोक्ता खाद्य मंत्रालय में भारत सरकार की ओर से राज्यमंत्री है। इसके बाद कई महीनों तक उनकी मेल मुलाकात होती रही। आरोप है कि कौशल कुमार ने अवनीश कौशिक से कहा कि वह उनको उपभोक्ता खाद्य मंत्रालय भारत सरकार की ओर से सलाहकार सदस्य बनवा सकता है। विश्वास दिलाया कि वह राज्यमंत्री है और इतनी पावर है कि किसी भी पद पर नियुक्त कर सकता है। अवनीश ने उसकी बातों पर विश्वास कर लिया, और बायोडाटा, पैन कार्ड, आधार कार्ड, फोटो सहित अन्य दस्तावेजों के साथ 10 लाख रुपए कौशल को दे दिए। न्यायालय ने उसकी शिकायत पर धारा 156 (3) के तहत कौशल कुमार पुत्र कमलेश कुमार निवासी शिवालिक नगर बीएचईएल हरिद्वार, उसकी पत्नी संगीता और ड्राइवर राममूर्ति शुक्ला निवासी हरिद्वार के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया। शहर कोतवाल एसएस नेगी ने बताया कि न्यायालय के आदेश पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।