उत्तराखण्ड
तीरथ के तेवर देख घबराने लगे अफसर, कहा पहाड़ में प्राधिकरण जनता के लिये नहीं अफसरों के पेट भरने को है
देहरादून। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के कड़े तेवर देख अफसरों में खलबली मचने लगी है। सी एम ने अब अफसरों के पेच कसने शुरू कर दिए हैं । वह जिस प्रकार के फैसले ले रहे हैं उससे अधिकारियों के चेहरे अभी से मुरझाने लगे हैं। तीरथ सिंह रावत ने साफ शब्दों में कहा कि विकास प्राधिकरणों को लेकर पहाड़ की जनता हमेशा परेशान रहती है, ये प्राधिकरण जनता के लिए नही अधिकारियों के पेट भरने के लिए बनाए गए हैं।
उन्होंने कहा पहाड़ के लिए प्राधिकरण की कोई जरूरत नहीं है। श्री रावत ने कहा, मैंने अफसरों को साफ शब्दों में कह दिया है कि तुम किताब पढ़ो, मैं जनता के चेहरे पढूंगा। मुझे काम चाहिए और रिजल्ट चाहिए। समय बहुत कम है चुनौतियां बहुत हैं। मुख्यमंत्री तीरथ सोमवार को भाजपा प्रदेश कार्यालय में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे।उन्होंने कहा मैंने अफसरों को साफ कर दिया कि वह किताबें किनारे रखकर धरातल पर काम करें। हमें काम चाहिए। तुम किताब पढ़ो, हम जनता के चेहरे पढ़ेंगे। उन्होंने अफसरों से पूछा हर घर में जो नल लगाएंगे, उसमें पानी होगा कि नहीं। उन्होंने साफ कहा 2022 तक हर घर में नल और पानी होना चाहिए। हमारी सरकार ने एक रुपये में कनेक्शन देने का काम किया। चार वर्ष खूब काम हुए। कार्यकर्ताओं को इन कामों को जनता के बीच ले जाने में कंजूसी नहीं करनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने अफसरों को ताकीद कर दिया है कि कोरोना में दर्ज मुकदमे वापस होंगे और कुंभ में अब कोई रोक टोक नहीं होगी। उन्होंने कहा कि मैंने विकास प्राधिकरण पर रोक लगा दी है।