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भगवान कागुड़ा नागराज की डोली ने कागुड़ा के लिए किया प्रस्थान, थौलु महोत्सव हुआ शुरू
, धनौल्टी: थौलधार विकासखंड के सुप्रसिद्ध श्रीकृष्णा स्वरूप भगवान कागुड़ा नागराज की डोली ने कृतिका नक्षत्र के शुभ लग्न पर अपने शीतकालीन प्रवास के बाद विधि विधान के साथ अपने प्रवास स्थल पन्दोगी गांव से पारम्परिक वाद्य यंत्रों के साथ कागुड़ा धाम के लिए प्रस्थान किया.
इस दौरान गुसाईं पट्टी के साथ साथ क्षेत्र से पहुंचे श्रद्धालु बड़ी संख्या में मौजूद रहे. इस दौरान श्रद्धालुओं के द्वारा “नागराजा की दूधा धारी जय” का उद्घोष किया गया. कागुड़ा धाम में पहुंचने के बाद डोली कागुड़ा नागराज मन्दिर में परिक्रमा करने के बाद रात्रि प्रवास हेतु इडियान गांव पहुंची. वहां पर ग्रामीणों के द्वारा देव डोली का भव्य स्वागत कर भण्डारे का आयोजन किया गया है. इसके साथ ही कागुड़ा में सप्ताह भर चलने वाले थौलु की भी शुरुआत हो गई.
इसके बाद देव डोली श्रद्धालुओं के दर्शन हेतु क्षेत्र के विभिन्न गांवों रात्रि प्रवास भ्रमण कर जसपुर गांव में रात्रि प्रवास के लिए पहुंचेगी. अगले दिन सुबह शुभ मुहूर्त में भागीरथी नदी के कृष्ण कुंज घाट त्रसौड़ में स्नान करेंगी और अपने अगले पड़ावों की ओर प्रस्थान करेंगी. अपने रात्रि प्रवास के दौरान डोली जहां जहां पहुंचती है लोग डोली का भव्य स्वागत करते हैं. पूजा कर सुख-समृद्धि की कामना करते हैं. भगवान नागराज के प्रति लोगों की अटूट आस्था है. जिसके दर्शन करने के लिए लोग अपने अपने परिवार संग दूर-दूर से गांव पहुंचते हैं और भगवान का आशीर्वाद लेते हैं.
थौलधार विकासखंड के सुप्रसिद्ध श्रीकृष्ण स्वरूप भगवान कागुड़ा नागराज की डोली यात्रा को लेकर लोगों में अपार उत्साह है. कृतिका नक्षत्र के शुभ लग्न पर डोली अपने शीतकालीन प्रवास पन्दोगी से विधि विधान और पारम्परिक वाद्य यंत्रों के साथ कागुड़ा धाम के लिए चली