कुमाऊँ
यातायात नियम तोड़ने पर पुलिस ने काटा मजिस्ट्रेट की गाड़ी का चालान
पुलिस के काम से आम लोगों को हमेशा शिकायत रहती है कि पुलिस वाले कभी भी अपने कामों को गंभीरता और इमानदारी से नहीं करते हैं। लेकिन कुछ पुलिस वाले आज भी मौजूद है जो अपने काम को ईमानदारी निष्ठा के साथ पूरा करते हैं बता दे कि वैसे तो यातायात नियमों का उल्लंघन करना कानूनी अपराध है और अकसर इस प्रकार यातायात नियमों का उल्लंघन करने पर आम जनता का चालान हमेशा करता है लेकिन इस बार नियम का उल्लंघन करने पर पुलिसकर्मी ने मजिस्ट्रेट की गाड़ी का चालान कर दिया। उत्तराखंड पुलिस का यह कदम काफी चर्चाएं बंटोर रहा है।
दरअसल वैसे तो चालान होना आम बात ही है। आमजनों को तो पुलिस द्वारा चालान कर के समय-समय पर नियम पालन करने की नसीहतें दी जाती हैं। मगर सरकारी गाड़ी का चालान नहीं किया जाता। अब उत्तराखंड पुलिस ने माहौल बदल दिया है।
उत्तराखंड पुलिस ने बागेश्वर में सरकारी गाड़ी का चालान कर एक मिसाल पेश की गई है।गुरुवार को तहसील रोड स्थित राष्ट्रीय राजमार्ग पर मजिस्ट्रेट की गाड़ी गलत जगह पार्क थी। वहां पर गाड़ी का चालक भी मौजूद नहीं थी। मौके पर तैनात यातायत पुलिस ने काफी देर चालक का इंतज़ार किया। जब वह नहीं आया तो नो पार्किंग ज़ोन में गाड़ी खड़ी करने पर गाड़ी का चालान कर दिया। गाड़ी पर ही चालान चस्पा कर दिया गया।
कहा जा रहा है कि ऐसा पहली बार हुआ है कि मजिस्ट्रेट की गाड़ी का चालान हुआ हो। सरकारी गाड़ी का चालान होने की यह खबर बहुत दुर्लभ है इसलिए इसकी चर्चाएं पूरे क्षेत्र में हो रही हैं। पुलिस के इस कदम को काफी सराहा जा रहा है।
अब इस कार्रवाई के बाद लोगों को उम्मीद जगी है कि हूटर लगाकर चलने वाली गाडिय़ों की भी चेकिंंग होगी। पुलिस अधीक्षक अमित श्रीवास्तव ने बताया कि यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। वहीं जनजागरूकता अभियान भी चलाए जा रहे हैं। सभी लोग सहयोग करें।