कुमाऊँ
प्रधानाध्यापक ने अपने बल बूते बदल डाली स्कूल की काया
दन्या अल्मोड़ा। जहा चाह वहां राह” इस बात को चरितार्थ करने वाले प्रधानाध्यापक ने इस लॉक डाउन में भी अपने बल बूते स्कूल की काया को बदल डाला . । समाज में आज भी उन शिक्षकों की कमी नही जो अपना पूरा तन मन व धन बच्चों के भविष्य निर्माण के लिए दे रहे हैं।राजकीय जूनियर हाई स्कूल बागपाली शिक्षक योगेंद्र रावत ने लॉक डाउन में बच्चों के साथ ऑनलाइन शिक्षण कार्य के साथ- साथ विद्यालय की भी खूबसूरती को भी चार चांद लगाने का काम किया। विद्यालय में अपने जेब से रंग रोगन व सजावट के कार्यों को सम्पन्न किया। विद्यालय के आकर्षक स्वरूपको देखकर सभी में प्रसन्नता की सीमा ही नहीं रही । राजकीय जूनियर हाई स्कूल बागपाली में पढ़ा रहे शिक्षक योगेन्द्र ने पिछले कुछ वर्षों में विद्यालय का कायाकल्प कर विद्यालय में छात्र संख्या भी बढाई है ।
शिक्षक योगेन्द्र शिक्षा के क्षेत्र में नित नए प्रयोग कर रहे हैं जिससे बच्चे नई चीजों से रूबरू हो रहें हैं । इधर- उधर के सहयोग के मिलने पर भी शिक्षक योगेन्द्र लगे रहे और अपनी व्यक्तिगत आय को भी शिक्षा के क्षेत्र में खर्च कर बड़े त्याग का उदाहरण प्रस्तुत कर रहे हैं। आजकल विओरीत मौसम में भी एक श्रमिक की तरह जुटे शिक्षक योगेंद्र रावत को ग्रामीणों द्वारा बच्चों का मसीहा बताया जा रहा है। विद्यालय प्रांगण को पक्का करने के बाद शिक्षक योगेन्द्र विद्यालय के इको क्लब के माध्यम से पुष्प आदि के पौंधों का रोपण करने की तैयारी में जुटे चुके हैं। एक भिन्न स्थान में नर्सरी में उग रहे पौंध एक नयी आशा है। धन्य है ऐसे अध्यापक जो इन छुट्टियों में आराम करने के बदले सरकारी विद्यालय की काया बदलने में लगे हैं।
संवाददाता, दन्या
















