कुमाऊँ
कर्फ्यू के बीच नजर आई पुलिस की दादागिरी
डयूटी में जा रहे फौजी को पुलिस ने पीटा, पिता पर भी चलाए डंडे
उत्तराखंड के अब तक की सबसे बड़ी खबर टनकपुर इलाके से सामने आ रही है जहां पर पुलिस ने ड्यूटी पर जा रहे फौजी के साथ बदतमीजी की है। साथ ही उसकी पिटाई भी की। इतना ही नहीं फौजी के साथ आए उसके पिता पर भी पुलिस ने डंडे चलाए। आरोप यह था कि कर्फ्यू का उल्लंघन किया गया है। मामला वहां जैसे तैसे रफा-दफा हुआ तो फौजी के पिता ने मुख्यमंत्री के पोर्टल पर इस बारे में शिकायत कर डाली।
कोरोना महामारी के कारण लगे कर्फ्यू में नियमों की पालना करना बहुत अहम हो जाता है। इसमें कोई शक नहीं है कि उत्तराखंड पुलिस मुस्तैदी से काम कर रही है। मगर इस बार टनकपुर से आई पुलिस की दादागिरी की खबर ने चौंका दिया है।दरअसल सिक्किम में तैनात आर्मी मेडिकल कोर का फौजी भुवन चंद्र जोशी पुत्र कृष्णानंद जोशी निवासी बड़पास गांव, सिप्टी क्षेत्र, विकास खंड चंपावत अपनी छुट्टियां बिताकर ड्यूटी पर वापस लौट रहा था। जिसके लिए उसके पिता भी टनकपुर बस अड्डे तक साथ आए थे।जानकारी के अनुसार यही कोई सुबह 10.30 बजे का समय था जब राजाराम चौराहे के पास पुलिस द्वारा दोनों को रोक लिया गया। साप्ताहिक कर्फ्यू का हवाला देते हुए पुलिस ने दोनों पर आरोप लगाए। इतने में जवान ने अपने बारे में बताया तो पुलिस दादागिरी पर आतुर हो गई। जिस पर पुलिस ने दोनों को पीट दिया।
गौरतलब है कि जवान द्वारा उसका परिचय पत्र दिखाने के बाद भी पुलिसकर्मी नहीं माने और उसकी बात नहीं सुनी। पुलिसकर्मियों पर आरोप है कि फौजी और पिता को थाने में लाने के बाद भी उनके साथ बदतमीजी की गई। हालांकि बाद में पुलिस ने दोनों को छोड़ा। जिसके बाद जवान भुवन चंद्र जोशी बरेली तक रोडवेज की बस से रवाना हुआ। इधर फौजी के आहत पिता ने सीएम पोर्टल पर शिकायत कर दी।शिकायत में पिता ने बकायदा पुलिस की मारपीट से उनके पैर में आई चोट का भी ज़िक्र किया है। सीओ टनकपुर अविनाश वर्मा ने बताया कि उक्त मामले की कोई शिकायत उन तक नहीं पहुंची है। शिकायत होगी तो आगे की जांच होगी। जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।