उत्तराखण्ड
शिक्षा का मंदिर बना शराबियों का अड्डा
रिपोर्ट। भुवन ठठोला, रुद्रप्रयाग। आखिर सरस्वती के पवित्र मन्दिर जहाँ से हर मनुष्य को ज्ञान रूपी शिक्षा का सामाजिक भंडार मिलता हो,जिस ज्ञान रूपी शिक्षा के बदौलत हर इंसान एक बड़ा आदमी बनने के सपने भी संजाये रखता हो,उसी शिक्षा के मन्दिर के चारो तरफ शराबीयों द्वारा शराब पीकर खाली बोतले फैक कर गंदगी फैलाई जा रही है,हैरानी की बात यह भी है कि ऐसे शरारती तत्वों को कोई रोकने वाला नहीं है।
बात हम जनपद रुद्रप्रयाग घोलतीर बाजार मे स्थित सरस्वती के मन्दिर शिशु निकेतन की कर रहे है जहाँ स्कूल के चारों तरफ शराबीयों द्वारा शराब पीकर खाली बोतले ऐसे फैला रखी है मानो यहाँ पर स्कूल नहीं बल्कि गंदगी का अड्डा हो, शिशु निकेतन के शिक्षक व पढ़ने वाले बच्चे इस गंदगी से हर रोज परेशान है, आखिर कौन करेगा ऐसे अराजक लोगों पर कार्यवाही।
शिशु निकेतन की प्राचार्य आशा भट्ट एंव शिक्षको का कहना है कि स्कूल की छुट्टी होने के बाद शाम होते ही यहाँ पर शराबी आकर शराब पीते है और खाली बोतले,नमकीन आदि के खाली प्लास्टिक को स्कूल के चारों तरफ फैला कर चले जाते है,हमारे स्कूल मे छोटे छोटे बच्चे पढ़ते है रास्तो मे काँच ही काँच रहता है जिससे बच्चो के हाथ पैर कटने का खतरा बना रहता है, हमने कई बार लोगों को समझाने की कोशिशे भी की मगर कोई असर पड़ता नहीं दिखाई दिया।
शिक्षको का कहना है कि शिशु निकेतन स्कूल बाजार के किनारे एकांत जगह पर,जबकि पास मे ही पुलिस चौकी भी है मगर इन शराबीयों पर किसी की नजर नहीं है, ऐसे मे शिक्षा की गुणवत्ता और पवित्रता पर भी गहरा असर पड़ रहा है, जनप्रतिनिधि भी खुलकर बोलने से बचते नजर आ रहे है। ऐसे मे लाजमी है कि शराबीयों के हौसले बुलंद होंगे ही। जब हमने इस सम्ब्न्ध मे चौकी प्रभारी घोलतीर से फोन पर बात की तो उन्होंने कहाँ कि यह हमारे संज्ञान मे नहीं था,लेकिन अब हर रोज यहाँ औचक छापे मारी के साथ गस्त लगाकर ऐसे लोगों पर सख्त कार्यवाही की जायेगी। जिससे स्कूल की पवित्रता बनीं रहे।