उत्तराखण्ड
उत्तराखंड की महिलाएं कर रही है इंसानियत का काम, संक्रमित मरीजों को पहुंचा रही है खाना
उत्तराखंड में कोरोना वायरस के कहर के चलते लोग अपनी जान स्वयं बचाने पर आ गए हैं वहीं लोगों का दिल जीतने वाली एक बड़ी खबर सामने आ रही है। बता दे कि खासकर देहरादून की सात महिलाओं का समूह ने तो पूरे उत्तराखंड का दिल जीत लिया है। ये महिलाएं रोजाना अपने-अपने क्षेत्रों में संक्रमित परिवार को दिन व रात का खाना पहुंचा रही हैं।दरअसल फिक्की फ्लो से जुड़ी महिलाओं ने ‘फूड फ्रॉम होम’ अभियान की शुरुआत की है। जिसके तहत वे संक्रमित परिवारों के लिए दोपहर और रात को खाना पहुंचाने का काम कर रही हैं। इसके लिए उन्होंने बकायदा एक वाट्सएप ग्रुप बनाया है। जिसमें क्षेत्र के संक्रमित परिवार का पता और फोन नंबर शेयर किया जाता है।
बाद में संपर्क कर जानकारी हासिल की जाती है और टू व्हीलर के माध्यम से घर के बाहर खाने का पैकेट पहुंचाया जाता है। फ्लो उत्तराखंड की अध्यक्ष कोमल बत्रा ने बताया कि पिछले हफ्ते चार पैकेट के साथ इस अभियान की शुरुआत की गई। अब यह संख्या चार से 40 पहुंच गई है। महिलाओं द्वारा घर में रोटी, दाल, सब्जी, चावल, आदि तैयार कर पैक किए जाते हैं.बता दें कि महिलाएं अभी यह सुविधा अपने क्षेत्र से पांच किलोमीटर के दायरे में रहने वाले संक्रमित परिवार को दे रहीं हैं। साथ ही डिलिवरी दोपहर दो बजे और रात को साढ़े आठ बजे से पहले की जाती है। फ्लो उत्तराखंड की अध्यक्ष कोमल बत्रा ने यह भी जानकारी दी कि कोई भी परिवार संक्रमित आने पर 7409992666 नंबर पर अपनी जांच रिपोर्ट वाट्सएप कर मदद मांग सकता है।बहरहाल आपको बता दें कि इस नेक काम मतलब खाना बनाने और संक्रमित परिवार तक पहुंचाने और साथ ही उन्हें फोन पर कोरोना के प्रति जागरूक व मानसिक तौर पर स्वस्थ रखने के लिए सुनीता वात्सल्य, स्मृति बत्रा, डॉ. गीता खन्ना, वैद्य शिखा प्रकाश, डॉ. नेहा शर्मा, मानसी विरमानी, डॉ. मानसी रस्तोगी, मनीत सूरी की टीम काम कर रहीं हैं।