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हल्द्वानी – त्वचा रोग विभाग में पीजी की कक्षाएं चालू करने की कोशिशों को झटका
मीनाक्षी
हल्द्वानी। राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी के त्वचा रोग विभाग में पीजी की कक्षाएं चालू करने की कोशिशों को झटका लगा है। इसकी वजह त्वचा रोग विभागाध्यक्ष (प्रोफेसर) का तबादला होना है। मामले में नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) ने मामले में रिपोर्ट मांग ली है। कॉलेज प्रशासन पिछले साल से त्वचा रोग, हड्डी, फार्मकोलॉजी और रेडियोथेरेपी में पीजी की कक्षाएं शुरू करने की कोशिश कर रहा है। पिछले साल उसने फिजियोलॉजी में दो, रेडियोथेरेपी, त्वचा रोग, हड्डी रोग में तीन-तीन 2 पीजी की सीटों के लिए एनएमसी में आवेदन किया। जिससे स्थानीय स्तर पर विशेषज्ञ चिकित्सकों की उपलब्धता बढ़े और मरीजों को बेहतर इलाज मिल सके।आवेदन करने के लिए जरूरी है कि विभाग में फैकल्टी समेत सभी जरूरी संसाधन होने चाहिए, तभी एनएमसी पीजी की कक्षाएं शुरू करने की अनुमति देता है। इस बार कॉलेज प्रबंधन को पूरा भरोसा था, की आवेदन पर एनएमसी अपनी मुहर लगा देगा। इधर, बीते माह त्वचा रोग के एकमात्र प्रोफेसर का शासन ने तबादले के आदेश जारी कर दिए। इसके साथ कुछ अन्य विभागों में ट्रांसफर हुए हैं। वहीं कुछ में फैकल्टी ने इस्तीफा दिया है। जिसके बाद इस विभाग में पीजी खुलने की उम्मीदों को झटका लगा है। जबकि एनएमसीने कॉलेज प्रबंधन से आवेदन के संदर्भ में एनुअल डिक्लेरेशन रिपोर्ट मांगी है। जिसमें विभागीय संसाधनों, फैकल्टी और बुनियादी ढांचे की जानकारी देनी है। कॉलेज प्रबंधन अब इस रिपोर्ट को तैयार करने में जुट गया है, ताकि एनएमसी के मानकों को पूरा किया जा सके। कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अरुण जोशी ने बताया कि मामले की जानकारी निदेशालय भेज दी गई है। उन्होंने उम्मीद जतायी की मामला का कोई ना कोई हल निकाल लिया जाएगा

