कुमाऊँ
23 साल बाद पुलिस ने किया हत्यारोपी को गिरफ्तार, नाम बदलकर रह रहा था,
थल (पिथौरागढ़)। थल पुल चौराहे के पास जहांगीरपुर दिल्ली के रहने वाले प्रकाश लाल ग्रोवर की 1995 में रेडीमेड की दुकान थी। उन्हीं दिनों बरेली के रहने वाले छोटे लाल भी थल में फेरी का काम करता था। वो अकसर दुकान पर आता जाता रहता था।पैसे के लालच में छोटे लाल ने 1997 ने प्रकाश लाल ग्रोवर के सिर में तवे से प्रहार कर उसकी हत्या कर लाश छुपा दी थी।मृतक के परिजन प्रकाश लाल व दलीप लाल ने 97 में थल थाने में छोटे लाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था।थल थाने में अपराध संख्या 06 / 97 आईपीसी धारा 302 / 201 के तहत मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार करते हुवे डीडीहाट कारागार में डाला गया था। अपराधी छोटे लाल डीडीहाट जेल से 1998 में फरार हो गया था।जिस पर पुलिस ने पांच हजार रूपये का इनाम भी घोषित किया था।
बहुत सालों से लंबित इस हत्याकांड के फरार अपराधी पर पुलिस अधीक्षक सुखबीर सिंह के निर्देश पर यह जिम्मा थल थाने में हाल ही में आये सब इंस्पेक्टर जावेद हसन को सौपी गई। तेजतर्रार एसआई जावेद हसन ने एक सप्ताह में ही इसका सुराग लगाते हुवे कल देर रात काशीपुर में किसी फैक्ट्री मालिक के वहां नाम बदल कर काम कर रहे इस फरार अपराधी छोटे लाल को 23 साल बाद दबिश देकर गिरफ्तार कर लिया हैं। दबिश टीम में उनके साथ कांस्टेबल बृजेश नयाल भी था।एस आई जावेद हसन ने आज फरार अपराधी छोटे लाल को जिला न्यायालय में पेश कर दिया हैं।