कुमाऊँ
आंदोलनरत मनरेगा कर्मचारियों को ग्राम प्रधान संगठन ने दिया समर्थन -सीएम को ज्ञापन भेजा
लालकुआं। ग्राम प्रधान संगठन विकासखंड हल्द्वानी ने देहरादून पहुंचकर विगत 5 मार्च से नियमितीकरण की मांग कर रहे आंदोलनरत मनरेगा कर्मचारियों के आंदोलन को अपना समर्थन दिया है। ग्राम प्रधान संगठन की अध्यक्ष रुक्मणी नेगी के नेतृत्व में गए ग्राम प्रधानों ने अनिश्चितकालीन धरना दे रहे मनरेगा कर्मचारियों के आंदोलन को समर्थन देते हुए उनकी मांग को न्यायोचित करार दिया।
ग्राम प्रधान संगठन की अध्यक्ष रुकमणी नेगी का कहना था कि मनरेगा कर्मचारियों के आंदोलन में चले जाने से ग्रामीण विकास में प्रतिकूलअसर पड़ रहा है तथा मनरेगा मजदूरों को भी रोजगार नहीं मिलने से उनके आगे आर्थिक संकट खड़ा हो गया है । ग्राम प्रधान संगठन का कहना है कि मनरेगा कर्मचारी द्वारा ग्रामीण विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया जाता है तथा अल्प मानदेय में वह जैसे तैसे अपने घर परिवार का गुजारा करते हुए अपने कर्तव्यों का बखूबी निर्वहन कर रहे हैं। ग्राम प्रधान संगठन का कहना था कि कोविड-19 महामारी के दौरान भी मनरेगा कर्मचारी ने विषम परिस्थितियों में मनरेगा के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र में विकास करने के साथ-साथ लोगों को स्वरोजगार भी उपलब्ध कराया। उनका था कि मनरेगा कर्मचारियों की मांग न्यायोचित है, क्योंकि मनरेगा अधिनियम 2005 के तहत वे पिछले 10 से 15 वर्षों से कार्य कर रहे हैं बावजूद इसके उन्हें नियमितीकरण नहीं किया जाना उनके संग नाइंसाफी है इस संदर्भ में ग्राम प्रधान संगठन ने मुख्यमंत्री उत्तराखंड सरकार को ज्ञापन प्रेषित कर मनरेगा कर्मचारियों की मांग को तत्काल पूरी किए जाने का अनुरोध किया है ज्ञापन देने वालों में ग्राम प्रधान हरेंद्र असगोला, रामलाल, मनीष आर्य विनीता नौला आदि ग्राम प्रधान शामिल है