कुमाऊँ
सैंपलिंग करने पहुंची स्वास्थ विभाग की टीम का ग्रामीणों ने जताया विरोध
कोरोना कहर के चलते स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा अपनी जान को हथेली पर रखकर रात दिन कार्य किया जा रहा हैं, कई लोग इनके कार्य की सराहना करते हैं ताकि उनका मनोबल बढ़ता रहे, लेकिन समय-समय पर कुछ ऐसे मामले सामने आते रहते हैं जिसकी वजह से इनका मनोबल टूटता हुआ नजर आता है। मामला ऊधमसिंह नगर जिले के सितारगंज स्थित खुनसरा गांव का है। यहां कोरोना पॉजिटिव निकलने के बाद गांव को माइक्रो कंटेनमेंट बनाया गया है। इसके बाद लोगों का सैंपल लेने पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया।
सूचना पर पुलिस पहुंची तब मामला शांत कराया।ग्रामीणों के विरोध के बाद टीम को बिना सैंपल लिए ही वापस लौटना पड़ा। सीएमएस डॉ राजेश आर्य ने बताया कि रविवार को खूनसरा गांव में सेंपलिंग करने पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम का विरोध करना शुरू कर दिया था। इस दौरान आरोप है कि एक व्यक्ति हाथ में दराती और लाठी लिए स्वास्थ्य विभाग व पुलिस टीम के सामने आकर उन्हें वहां से वापस जाने के लिए कहने लगा। जो मौके पर बनाए गए वीडियो में भी साफ दिखाई दे रहा है।ग्रामीणों के विरोध के बाद टीम बिना सैंपल लिए वापस लौट आयी। कुछ दिनों पहले गांव में कुछ लोगों के बीमार होने की सूचना मिली थी। जिस पर टीम को सैंपलिंग के लिए भेजा गया था। लेकिन कुछ लोगों ने सैंपल दिए बाकी ग्रामीण मौके पर से कहीं और चले गए। जिस वजह से सब के सैंपल नहीं हो पाए थे।
घटना के बाद कोरोनाकाल में गांव-गांव, घर-घर जाकर लोगों की जांच कर रही स्वास्थ्य विभाग की टीम की सुरक्षा को लेकर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। सीएमएस डॉक्टर राजेश आर्य ने कहा कि संक्रमण के दौर में पहले से ही विभागीय कर्मचारियों का मनोबल अशांत है।