कुमाऊँ
आपदा प्रभावित क्षेत्रों में पानी का संकट, प्राकृतिक स्रोतों पर निर्भर
दन्या (अल्मोड़ा)। आपदा प्रभावित क्षेत्रों में पानी की किल्लत हो गई है। पानी की कई लाइन ध्वस्त हैं। कुछ गांवो में बैकल्पिक व्यवस्था से पानी की आपूर्ति की जा रही है। कुछ गांव अभी भी प्राकृतिक स्रोतों में निर्भर है।
ग्रामपंचायत मल्ला सिंधिया के सामाजिक कार्यकर्ता रंजीत सिंह ने बताया आपदा में पानी की पेयजल लाइन सहित स्रोत सिंधिया मल्ला धवस्त हो चुकी है। जिससे लगभग दस से अधिक परिवारों को पानी की किल्लत हो रही है। पानी की आपूर्ति गधरे से की जा रही है।
ध्वस्त हुई पानी लाइनों में पपोली मृतोला से चमतोला, देवल कीड़ी से चमतोला, ग्राम पंचायत पोखरी बिनखर पाइप लाइन, ख़ूनखाल से पोखरी सरयू पम्पिंग योजना, पोखरी भखाड़ पोखरी पेयजल योजना, तलेट भैसाडी, रूवाल डसेली पेयजल योजना, कोटूडा डसेली पेयजल योजना सहित अधिकांस सरयू डिस्ट्रीब्यूशन लाइनें क्षतिग्रस्त हुई हैं।
जल संस्थान के जूनियर इंजीनियर हेमंत भैसोड़ा ने बताया पानी की धवस्त लाइनों में लगातार काम चल रहा है।कुछ क्षेत्रों में पानी की आपूर्ति हो गयी है। कहि पहाड़ के टूटने,पेड़ो के गिरने से काफी परेशानी हो रही है। सभी कर्मचारी व लेबर लाइनों के काम मे लगे हैं। कुछ पानी लाइनों का सामान जिला मुख्यालय में भी उपलब्ध नही है। जल्दी से सभी पानी लाइनों को दूरस्थ करने की कोशिश की जा रही है।