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रेल हादसे की सीबीआई जांच शुरू, लावारिस शव की अस्थियों करेंगे गंगा में विसर्जित
बालासोर। ओडिशा में हुए रेल हादसे की सीबीआई ने जांच शुरू कर दी है। सीबीआई की 10 सदस्यीय टीम बालासोर ट्रेन दुर्घटना स्थल का दौरा कर जांच कर रही है। बता दें, तीन जून को बालासोर में राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) ने ट्रेन दुर्घटना को लेकर भारतीय दंड संहिता और रेलवे अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
मीडिया रिपोर्ट में मिली जानकारी के अनुसार फिलहाल 200 से कम लोगों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है वहीं 278 शवों में से 177 की पहचान कर ली गई है। हालांकि अभी 101 शवों की पहचान की जानी बाकी है। इन शवों को छह अलग-अलग अस्पतालों में रखा गया है।रेलवे ने लापता व्यक्ति का पता लगाने के लिए ओडिशा, पश्चिम बंगाल, झारखंड, छत्तीसगढ़, बिहार, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु जैसे राज्यों में लोगों को तैनात किया है। उन्होंने कहा कि शवों को वैज्ञानिक तरीके से संरक्षित किया जाएगा।
वहीं आपको बता दें कि इस भयावह रेल हादसे में कई लावारिस शव भी पाए गए हैं। जिनके दाह संस्कार के बाद वैदिक रीति से उनकी अस्थियों को विसर्जित करने का निर्णय फैसला श्री देवोत्थान सेवा समिति ने लिया है। समिति ने लावारिस शव के दाह संस्कार के बाद रखे अस्थि कलश को वैदिक रीति से विसर्जन करने का निर्णय लिया है। अस्थि को हरिद्वार के कनखल सतीघाट पर वैदिक रीति के साथ 100 किलो दूध की धारा के साथ विसर्जन किया जाएगा। समिति का एक दल जल्द ही बालासोर के लिए रवाना होगा। जहां सरकार द्वारा लावारिस शवों के अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी कराने के बाद उनके अस्थि कलश को संग्रहीत करेगा।
जानकारी के अनुसार भारत ही नहीं बल्कि पाकिस्तान में रहने वाले हिंदू परिवारों की वर्षो से रखी करीब 295 अस्थि कलश सहित 1,55,746 अस्थि कलश का वैदिक रीति से विसर्जन समिति करा चुकी है।
















