उत्तराखण्ड
2 जनवरी तक 24 घंटे खुली रहेगी शराब की दुकानें, कांग्रेस ने दर्ज कराया विरोध
देहरादून। उत्तराखण्ड कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने एक बयान में कहा कि प्रदेश सरकार ने प्रदेशवासियों को नये साल के तोहफे के रूप में मदिरा की दुकानों को आज 30 दिसम्बर से 2 जनवरी तक 24 घण्टे खुला रखने का निर्णय लिया है। जो अपने आप में सोचनीय एवं शर्मनाक है।
उन्होंने कहा कि इस शराब रूपी नशे ने पहाड़ों के हजारों घर तबाह कर दिये हैं। जहां सरकार को युवाओं के भविष्य को देखते हुए पूर्ण शराबबंदी लागू करनी चाहिए थी। वहीं इसके विपरीत नये साल की शुरुआत में ही चार दिन चौबीस घंटे शराब की दुकानें खोलने का निर्णय सरकार द्वारा लिया गया है। जो स्पष्ट करता है कि सरकार का एकमात्र उद्देश्य राजस्व की वसूली है। चाहे उसके लिए सरकार को किसी भी स्तर तक गिरना पड़े।
उन्होंने कहा कि नये साल का आगाज करने के लिए शराब होनी चाहिए ऐसा हमारी संस्कृति में दूर दूर तक कहीं नहीं है। उन्होंने कहा कि नये साल में वैसे ही शराब के नशे में काफी दुर्घटनाएं होती है और ऐसे में यदि चौबीस घंटे शराब की दुकानें खुली रहेंगी तो अनहोनी की आशंकाएं काफी हद तक बढ़ जाएंगी।
उन्होंने कहा कि कितना बेहतर होता कि अपने इस फैसले की जगह पर सरकार नये साल में युवाओं के लिए विभिन्न विभागों में रिक्त पड़े हजारों पदों पर नियुक्तियां निकाल देती । परन्तु सरकार के ऐसे निर्णयों को देखकर लगता है कि सरकार युवाओं के, रोजगार के, हमारी संस्कृति के मुद्दे पर बेहद असंवेदनशील हो चुकी है। उन्होंने प्रदेश सरकार से कड़े एवं स्पष्ट शब्दों में मांग की है कि नये साल पर शराब की दुकानों को चौबीस घंटे खोलने के अपने अव्यवहारिक फैसले को तत्काल प्रभाव से वापस ले।
इसके साथ ही श्रीमती दसौनी ने युवाओं से भी अपील की है कि नये साल का जश्न उत्साहपूर्वक मनाएं लेकिन ज़िन्दगी को तबाह करने वाले इस शराब रूपी नशे से दूरी बनाएं रखें।