उत्तराखण्ड
25 मीटर पुल निर्माण न होने से 2 किलोमीटर लिंक मार्ग अवरुद्ध,फिर उठी कनारीछीना-बिनूक -पतलचौरा मोटर मार्ग की मांग
अल्मोड़ा। विकासखंड भैंसियाछाना के कनारीछीना-काफलीगैर लिंक मार्ग में 25 मीटर पुल निर्माण ने होने से गांव के लोगों की रफ्तार रुक गई है। लंबे समय से कनारीछीना -काफलीगैर सड़क निर्माण की मांग करते आ रहे हैं ग्रामीणों का कहना है कि दो किलोमीटर मार्ग का काम अधर में लटका हुआ है। रीठागाड़ दगड़ियो संघर्ष समिति के द्वारा बार-बार शासन प्रशासन को अवगत कराया गया, लेकिन अभी तक इस लिंक मार्ग का काम नहीं हो पा रहा है।
बता दें वर्ष 2020 जनवरी में कनारीछीना के लोगों ने धरना प्रदर्शन कर चक्का जाम भी किया था। इसके साथ ही अल्मोड़ा-बेरीनाग सड़क मार्ग को घंटों बंद करा दिया था, लेकिन शासन प्रशासन के कान में जूं तक नहीं रेगी, तत्कालीन समय जिलाधिकारी ने आश्वासित किया था, ग्रामीणों ने इसके बाद ही चक्का जाम खोला था।
गौरतलब है की पूर्व विधायक रघुनाथ सिंह चौहान एवं सांसद अजय टम्टा के द्वारा कनारीछीना काफलीगैर सड़क मार्ग का उद्घाटन किया। लेकिन लम्बे समय बीतने पर भी 2 किलोमीटर सड़क का कार्य पूरा नहीं हो सका। 2 किलोमीटर सड़क के बीच में 25 मीटर पुल नहीं बन पाने से आवागमन चालू नहीं हो रहा है। जिससे स्थानीय लोगों को दूर-दूर से पैदल चलकर आना पड़ता है। सामाजिक कार्यकर्ता प्रताप सिंह नेगी ने बताया कनारीछीना-काफलीगैर लिंक मार्ग निर्माण से क्षेत्र के दर्जनों गांव लाभान्वित होंगे। बागेश्वर सीमांत क्षेत्र के ग्रामीणों को इस मार्ग बनने से काफी फायदा होगा। रीठागाड़ संघर्ष समिति अध्यक्ष प्रताप सिंह नेगी, मनोज सिंह जड़ौत, पंकज पांडे, कुंदन सिंह बोरा, जगत सिंह बोरा, सीमा देवी, हेमा भाड़,ग्राम प्रधान गीता चम्याल,प्रधान हेमा देवी, क्षेत्र पंचायत सदस्य चंद्रा देवी, पूर्ण सिंह, कुशाल सिंह डसीला,बालम सिंह आदि लोगों ने सरकार से तत्काल मांग की है कि 2 किलोमीटर लिंक मार्ग में 25 मीटर पुल निर्माण कराया जाए।
इसके साथ ही कनारीछीना बिनूक पतलचौरा सड़क मार्ग की सर्वे,भूगर्भ विभाग के द्बारा अर्थ संपलिग होने के बाबजूद भी ये पांच किलोमीटर सड़क मार्ग अभी भी अधर में लटका हुआ है। पूर्व विधायक रघुनाथ सिंह चौहान द्वारा कनारीछीना- बिनूक- पतलचौरा तक पांच किलोमीटर सड़क मार्ग की स्वीकृति दी, उसके बाद भी अभी तक शासन प्रशासन ने इस सड़क मार्ग के लिए कोई सुध नहीं ली।
लगभग ढाई किलोमीटर खड़ी चढाई व ढलान के कारण गर्भवती महिलाओं व बड़े बुजुर्गो को डोली से निकटतम अस्पताल कनारीछीना व सेराघाट प्राथमिक अस्पताल ले जाया जाता है। बता दें बिगत तींन महीने पहले प्रियंका बानी पति राजू बानी को रात में प्रसव पीड़ा हुई,कनारीछीना निकटतम मार्केट से डोली लाने में देरी होने के कारण आधे रास्ते में प्रियंका बानी ने रात साढ़े आठ बजे बच्चे को जन्म दिया। ठीक ऐसे ही लक्ष्मी बानी की गम्भीर हालत होने पर उसे आज डोली से निकटतम अस्पताल भैसियाछाना ले जाया जा रहा है।
रीठागाडी दगड़ियों संघर्ष समिति के सदस्यों ने कनारीछीना-बिनूक-पतलचौरा सड़क मार्ग के लिए लंबे समय से मांग की है।
प्रताप सिंह नेगी समाजिक कार्यकर्ता का कहना है उक्त सड़क मार्ग बनने से चार पांच गांवों को सुविधा उपलब्ध होगी। शासन प्रशासन की लापरवाही के कारण कनारीछीना बिनूक पतलचौरा सड़क मार्ग अधर में है।