उत्तराखण्ड
जगदीश हत्याकांड में चौथा अभियुक्त गिरफ्तार, एक की हो गई मौत
अल्मोड़ा। जिले के सल्ट क्षेत्र में बीते दिनों हुई जगदीश चंद्र हत्याकांड का चौथा अभियुक्त भी गिरफ्तार कर लिया गया है, मामले में एक अभियुक्त ने जहर खाकर पहले ही आत्महत्या करना प्रकाश में आया है। हत्याकांड में संलिप्त चौथे व्यक्ति को एसएसपी अल्मोड़ा की पुलिस टीम ने गिरफ्तार कर लिया है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रदीप कुमार राय ने बताया कि 1 सितंबर को राजस्व क्षेत्र में पंजीकृत अभियोग जगदीश चंद्र हत्याकांड में विवेचना उपरांत 2 सितंबर को राजस्व पुलिस से अल्मोड़ा पुलिस को हस्तांतरित हुआ था, एसएसपी अल्मोड़ा द्वारा विवेचना
अधिकारी सीओ रानीखेत को नियुक्त कर निर्देशित किया गया कि मामले में गहनता से जांच की जाए, यह भी निर्देशित किया गया कि घटना के प्रत्येक बिंदु को बारीकी से जांच परखने, घटना घटित करने में और भी लोग सम्मिलित पाए जाते हैं तो उनकी शीघ्र गिरफ्तारी की कार्रवाई की जाए, जिस पर थानाध्यक्ष भतरौजखान निरीक्षक संजय पाठक, एसओजी प्रभारी सुनील ध्यानी,ओ एनटीएफ प्रभारी सौरभ भारती को निर्देशित किया गया कि सर्विलांस की मदद से सूचना संकलन कर आवश्यक कार्रवाई की जाए। जिनके द्वारा अपनी टीम के साथ सर्विलांस के माध्यम से गवाहों से पूछताछ कर घटना के अनावरण में महत्वपूर्ण योगदान दिया गया। एसएसपी अल्मोड़ा द्वारा पूर्व में सैलापानी पहुंचकर घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया गया था।
विवेचना अधिकारी सीओ रानीखेत द्वारा फॉरेंसिक टीम के साथ सैलापानी घटनास्थल का निरीक्षण कर घटना के प्रत्येक बिंदु को जांचा परखा गया। घटना में आवश्यक साक्ष्य जुटाए गए 7 सितंबर को विवेचना अधिकारी द्वारा न्यायालय की अनुमति से जिला कारागार अल्मोड़ा जाकर न्यायिक अभिरक्षा में निरूद्ध जगदीश चंद्र के तीनों आरोपियों से गहनता से पूछताछ करने पर उनके बयानों के आधार पर 8 सितंबर को विवेचना अधिकारी द्वारा जगदीश हत्याकांड में पकड़े गए तीनों अभियुक्त जिस वाहन से अपने गांव बेलटी से घटनास्थल सेलापानी गए थे उस वाहन बोलेरो की तस्दीक कर कब्जे में लिया गया। घटना से संबंधित दो चश्मदीदों के न्यायालय के समक्ष बयान भी दर्ज कराए गए। 8 सितंबर को जगदीश चंद हत्याकांड में संलिप्त दो अन्य आरोपी प्रकाश में आए इनमें नंदन सिंह पुत्र कुंवर सिंह निवासी नौगांव करौली तहसील रानीखेत तथा नरेंद्र सिंह पुत्र हीरा सिंह नौगांव पोस्ट करौली रानीखेत शामिल थे, जिसमें आरोपी नंदन सिंह की घटना के अगले दिन अज्ञात कारणों से मृत्यु होना प्रकाश में आया है।
नरेंद्र सिंह को गिरफ्तार कर अभियोग में आवश्यक कार्रवाई की जा रही है। एसएसपी ने पूरा विवरण बताते हुए कहा कि जगदीश चंद्र पुत्र केस राम निवासी बनवादोखन तहसील सल्ट के द्वारा गीता उर्फ गुड्डू पुत्री जोगा सिंह निवासी ग्राम बेलटी तहसील जिला अल्मोड़ा के साथ अंतरजातिय विवाह किया गया था, जिसके चलते गीता के परिजनों में काफी रोष व्याप्त था। गीता के परिजनों द्वारा अपने साथी नंदन सिंह पुत्र कुंवर सिंह व नरेंद्र सिंह पुत्र हीरा सिंह निवासी गांव नौगांव धनौली रानीखेत दोनों लोग नदी से रेत निकाल कर घोड़ों से ढोने का कार्य करते थे के साथ मिलकर जगदीश चंद की हत्या का षडयंत्र रचा गया। जिसमें नंदन सिंह द्वारा जगदीश चंद के कार्य हेतु ग्राम बोली चौपड़ में आने व जगदीश के गांव से निकलने की रेकी कर सूचना गोविंद सिंह व उसके परिजनों को दी गई। जिसके पश्चात गोविंद जोगा सिंह द्वारा जगदीश चंद्र को 1 सितंबर को आपहरण किया गया,जगदीश के अपहरण के पश्चात गीता की मां भावना भाई गोविंद सिंह वह नंदन सिंह ओमनी वैन से गीता की तलाश हेतु धारानौला गए, इस दौरान जोगा सिंह नरेंद्र सिंह के द्वारा जगदीश को बंधक बनाकर सैलापानी पुल के पास रखा गया गीता के न मिलने से रुष्ट होकर गीता के परिजनों और नंदन सिंह द्वारा जगदीश की हत्या कर दी गई। गीता के परिजन गोविंद जोगा सिंह व भावना देवी द्वारा जब जगदीश के शव को ठिकाने लगाने के लिए ओमनी वेन से ले जाया जा रहा था पुलिस टीम द्वारा उन्हें रंगे हाथों पकड़ कर मृतक जगदीश का शव बरामद कर लिया गया।
गहन जांच के उपरांत 9 सितंबर को घटना में संलिप्त नरेंद्र सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। गिरफ्तार करने वाली टीम में तिलकराम वर्मा, रानीखेत विवेचना अधिकारी थानाध्यक्ष निरीक्षक संजय पाठक, चौकी प्रभारी मदन मोहन जोशी, कांस्टेबल शमीम अहमद के अलावा सर्विलेंस एसओजी टीम के उप निरीक्षक सुनील ध्यानी, एसओजी प्रभारी उपनिरीक्षक सौरभ भारती, कांस्टेबल बलवंत प्रसाद इंद्र कुमार आदि शामिल थे।