उत्तराखण्ड
मानसिक स्वास्थ्य एवं ध्यान पर एक दिवसीय कार्यशाला
हल्द्वानी। उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग एवं आर्ट ऑफ लिविंग के संयुक्त तत्वाधान में एक दिवसीय ‘हर घर ध्यान’ कार्यक्रम के तहत ‘मानसिक स्वास्थ्य एवं ध्यान’ विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया। संस्कृति मंत्रालय के इस विशेष अभियान में प्रतिभागियों को ध्यान करने की विधियां सिखाई गई।
शुक्रवार को समाज विज्ञान विद्याशाखा के निदेशक प्रोफेसर गिरिजा पांडे की अध्यक्षता में कार्यशाला आयोजित हुई। इससे पूर्व मनोविज्ञान विभाग की सह-आचार्य विनीता पंत ने प्रतिभागियों को ‘हर घर ध्यान’ अभियान की जानकारी दी। आर्ट ऑफ लिविंग से जुड़े ट्रेनेर ‘श्री भूषण तिवारी’ ने प्रतिभागियों को ध्यान के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि ध्यान से मन में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है। विभिन्न प्रकार के मानसिक रोगों का उपचार ध्यान से संभव है। इसके निरंतर अभ्यास से मन, बुद्धि, चित्त का विकास होता है।
समाज विज्ञान विद्याशाखा के निदेशक प्रोफेसर गिरिजा पांडे ने कहा कि शारीरिक स्वास्थ्य के लिए मानसिक स्वास्थ्य बेहद आवश्यक है। इसके लिए सभी को नियमित रूप से योग एवं ध्यान को अपने जीवन में आत्मसात करना चाहिए। उन्होंने मनोविज्ञान विभाग द्वारा आयोजित कार्यशाला की सराहना की।
कार्यशाला में डाॅ. भाग्यश्री जोशी ने कार्यशाला के लिए आर्ट ऑफ लिविंग संस्थान एवं श्री भूषण तिवारी का धन्यवाद ज्ञापित किया। इस दौरान डाॅ. सीता, डाॅ. एम एम जोशी,डॉ. घनश्याम जोशी, डाॅ. नीरजा सिंह, डाॅ. शालिनी चौधरी, डाॅ. लता जोशी, डाॅ. ललित पंत, शुभांकर शुक्ला, आरुषि ध्यानी, राजेंद्र जोशी, जीवन परगाँई आदि मौजूद रहे।