Connect with us

Uncategorized

सरकारी भूमि में बनी अवैध दुकानों को तोड़ने के बाद सामने आए जमीनी फर्जीवाड़े में एक और पीड़ित ने दी तहरीर


रिपोर्ट – विनोद पाल

टनकपुर – एआरटीओ आफिस के नजदीक अवैध रूप से बनी पांच दुकानों को प्रशासन द्वारा तोड़े जाने के बाद सामने आए जमीनी फर्जीवाड़े नें एक बार फिर से नया मोड ले लिया है। इस मामले में एक और पीड़ित शकील खान उर्फ सोनू नें टनकपुर कोतवाली में तहरीर सौपकर वास्तविक भू माफिया के खिलाफ कार्यवाही किये जाने की मांग की है। वहीं कोतवाली पुलिस के मुताबिक दो पक्षो से मिली तहरीर के बाद मामले की जाँच शुरू कर दी गयी है, जाँच के बाद दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कार्यवाही अमल में लायी जायेगी ।
शकील खान नें बताया कि उन्होंनें खेत संख्या 26 में 0.0048 हेक्टेयर भूमि नायकगोठ निवासी पंकज सिंह से 24 फरवरी को खरीदी थी। जिसका दाखिल खारिज 05 अप्रेल 2024 को उनके नाम किया गया। उन्होंनें बताया ज़मीन के साथ ही दुकाने बनाने में उनका लाखों रूपया खर्च हो गया। लेकिन 30 जुलाई को स्थानीय प्रशासन द्वारा अतिक्रमण हटाओ अभियान के तहत उन दुकानों को अवैध बताते हुए तोड़ दिया गया। जिसमे उनका लाखों रुपयों का नुकसान हुआ। लेकिन इस मामले में भू माफियाओ द्वारा सरकारी जमीन को बेचने के बहुत बड़े गोरखधंधे का मामला सामने आया है, जिसकी प्रशासन द्वारा जाँच की जा रही है। उन्होंनें कहा इस मामले में कुछ लोगों द्वारा उनकी छवि को धूमिल किये जाने का प्रयास किया जा रहा है, जो निराधार है। सोनू नें कहा मेरे साथ खुद लाखों रुपयों की धोखाधड़ी हुई है, जिसमे मेरा बहुत कुछ बर्बाद हो गया है। जिसके लिए उन्होंनें कोतवाली में तहरीर देकर मामले की जाँच कर धोखाधडी करने वाले भू माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्यवाही कर उनके नुकसान की भरपाई किये जाने की मांग की है। इसके अलावा उन्होंनें कहा जो लोग सोशल मीडिया प्लेटफार्म में मेरे खिलाफ पोस्ट डालकर मेरी छवि धूमिल करने का प्रयास कर रहे है, वो ऐसा न करें, जिन्होंने उनके साथ धोखा किया है, वो उनके खिलाफ कार्यवाही करें। उन्होंनें कहा मैं स्वयं लुट गया हूँ बावजूद इसके अगर कोई भी शख्स मेरे मान सम्मान व छवि को ठेस पहुंचाने का प्रयास करेगा तो मजबूरन मुझे मानहानि का दावा करने पर विवश होना पड़ेगा।

Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad
यह भी पढ़ें -  शीतकाल के लिए बंद हुए गंगोत्री धाम के कपाट

More in Uncategorized

Trending News