उत्तराखण्ड
यहां शिवरात्रि पर पशुपति मंदिर में कई किमी दूर से जलाभिषेक करने पहुंचते हैं श्रद्धालु, देखें फोटो व वीडियो
संवाददाता- शंकर फुलारा
इस शिवरात्रि कीजिए पशुपतिनाथ मंदिर के दर्शन
भीमताल। ओखलकांडा ब्लॉक के ग्रामसभा कौडार स्थित पशुपति मंदिर में शिवरात्रि पर जलाभिषेक का विशेष महत्व है इस दिन यहां कई किमी दूर से लोग जलाभिषेक करने पहुंचते हैं। यहां पशुपतिनाथ की विशालकाय शिला है शिला की चोटी में शिवलिंग स्थापित है विशालकाय शिला की 52 सीढ़ियां चढ़कर शिवलिंग में के दर्शन किए जाते हैं।
पशुपतिनाथ मंदिर के बारे में यह मान्यता है कि जब शिव पार्वती का विवाह संपन्न होने के बाद बारात ने इसी जगह पर विश्राम किया था।
यहां पशुपतिनाथ की विशाल शिला पर पत्थरों में अनेकों जीव जंतुओं की पद चिन्हों की आकृतियां बनी हुई है। कौडार ग्राम सभा में पशुपतिनाथ मंदिर के आसपास विशालकाय शिला मौजूद हैं मान्यता है कि यह शिलायें शिव जी के बारात में शामिल थे। यहां पास में ही मां पार्वती का भी मंदिर है पशुपतिनाथ के मंदिर का वर्णन स्कंद पुराण में भी बताया जाता है।
नेपाल में स्थित पशुपतिनाथ के मंदिर के बाद यही एकमात्र पशुपतिनाथ का मंदिर है। स्थानीय लोगों की जानकारी के मुताबिक नेपाल में पशुपतिनाथ के मंदिर के दर्शन करने से पूर्व कौडार ग्राम सभा में स्थित पशुपतिनाथ मंदिर के दर्शन करते हैं।
पशुपतिनाथ के मंदिर में त्योहारों पर पूजा का आयोजन किया जाता है वहां पर समय-समय पर भक्ति आयोजन होते रहते हैं।
ओखलकांडा ब्लॉक के ग्राम सभा कौडार में स्थित पशुपतिनाथ के दर्शन करने के लिए-
हल्द्वानी से श्रद्धालुओं को बाया काठगोदाम- हेड़ाखान -खनस्यू -पतलोट से 5 किलोमीटर आगे कौडार ग्रामसभा स्थित पशुपतिनाथ का मंदिर है।
नैनीताल से बाया धारी- धानाचुली -ओखलकांडा-खनस्यू पतलोट से 5 किलोमीटर आगे कौडार ग्रामसभा स्थित पशुपतिनाथ का मंदिर है।