उत्तराखण्ड
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए टास्क फोर्स का गठन
रिपोर्ट – विनोद पाल, चम्पावत। बैठक जिलाधिकारी नवनीत पांडेय की अध्यक्षता में जिला कार्यालय सभागार में आयोजित हुई।बैठक में जिलाधिकारी ने जिले में बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओं योजनान्तर्गत किए गए कार्यों के साथ साथ जिले में लिंगानुपात की स्थिति की भी समीक्षा की तथा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत किए जाने वाले कार्य एवं गतिविधियों के साथ साथ प्रस्तावित कार्यक्रमों के आयोजन की भी समीक्षा कर अवश्यक निर्देश दिए गए।
बैठक में जिला कार्यक्रम अधिकारी द्वारा योजना अंतर्गत पूर्व में आयोजित गतिविधियों की जानकारी तथा वित्तीय वर्ष के आगामी माहों में प्रस्तावित कार्यक्रमों, गतिविधियों का प्रस्तुतिकरण जिला टास्क फोर्स समिति के सम्मुख रखा गया। बैठक में जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि बालकों के जन्म को विशेष महत्व, बालिकाओं के प्रति सामाजिक और मानसिक भेदभावपूर्ण आचरण, लिंग जांच व कन्या भ्रूण हत्या घटते लिंगानुपात के कुछ प्रमुख कारण है।
इस पर जिलाधिकारी ने कहा कि कन्या भ्रूण हत्या की रोकथाम हेतु सर्वप्रथम लोगों में बेटा बेटी के संबंध में जो पूर्व से मानसिकता चली आई है, उसे बदलने तथा लोगों को इस संबंध में जागरूक करने के लिए विशेष जागरूकता अभियान के संचालन के निर्देश दिए गए। उन्होने कहा कि जो बेटियां आज देश व समाज के लिए उत्कृष्ट अभिनव कार्य कर रही हैं उनके उदाहरण देकर उन्हें बेटियों के महत्व के बारे में अवगत कराए।
कन्या भ्रूण हत्या को रोके जाने हेतु स्वास्थ्य विभाग अन्य विभागों के साथ समय-समय पर अल्ट्रासाउंड केंद्रों का भी औचक निरीक्षण करें। जिले में कम लिंगानुपात हेतु ग्रामीण क्षेत्रों में आशा व आंगनबाड़ी को सक्रिय रहने के साथ ही सतत निगरानी रखे जाने हेतु निर्देशित करें तथा समय-समय पर महिलाओं की काउंसलिंग भी कराए।
जिले में बालिकाओं को अधिक मजबूत व सशक्त बनाए जाने हेतु कौशल विकास, साहसिक खेलकूद, राफ्टिंग व विभिन्न क्षेत्रों का भ्रमण कार्यक्रम के साथ ही कोचिंग व प्रशिक्षण कक्षाओं के संचालन हेतु योजना अंतर्गत कार्यक्रमों का निर्धारण कर कार्य करें। उन्होंने कहा कि मेरिट व उत्कृष्ट अंक प्राप्त करने वाली छात्राओं तथा विभिन्न कार्य क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाली छात्रों को समय-समय पर सम्मानित किया जाए। जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि जिले में लिंगानुपात में वर्ष 2020, 21 व 22 में लगातार सुधार हुआ है, जिले में गुड्डा गुड्डी आंकड़ों के अनुसार गत वर्ष जनपद में कुल 11436 बालकों पर 10465 बालिकाएं हैं।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी राजेंद्र सिंह रावत, मुख्य शिक्षा अधिकारी आरसी पुरोहित, मुख्य चिकित्सा अधिकारी केके अग्रवाल, जिला कार्यक्रमअधिकारी राजेन्द्र प्रसाद बिष्ट, सभी परियोजना अधिकारी बाल विकास एसीएमओ, जिला क्रीड़ा अधिकारी, जिला युवा कल्याण एवं प्रांतीय रक्षक दल अधिकारी समेत अन्य के द्वारा प्रतिभाग किया गया।