कुमाऊँ
भाकपा (माले) ने प्रतिवाद मार्च निकालकर कार रोड चौराहे पर की सभा की
• धर्म संसद की आड़ में धार्मिक
अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ जनसंहार के आह्वान व नफरत फैलाने वालों पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज करो.
• धर्मोन्माद को संरक्षण देने वाले धामी इस्तीफा दो
लालकुआं। धर्म संसद की आड़ में धार्मिक अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ जनसंहार के आह्वान व नफरत फैलाने वालों पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज करने की मांग पर भाकपा (माले) ने बिंदुखत्ता में आज पार्टी कार्यालय से कार रोड, बाजार में प्रतिवाद मार्च निकालकर कार रोड चौराहे पर सभा की। उत्तराखण्ड के हरिद्वार में आयोजित तथाकथित धर्म संसद से अल्पसंख्यकों के जनसंहार के आह्वान के जरिये धर्मोन्माद पैदा करने की कोशिशों के खिलाफ हुई सभा में बोलते हुए भाकपा-माले राज्य सचिव राजा बहुगुणा ने कहा कि, “भारत लोकतांत्रिक देश है और यह संविधान के हिसाब से चलेगा किसी धार्मिक फतवे के आधार पर नहीं। पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों से ठीक पहले फैलाये जा रहे इस नफरती अभियान को देश की जनता कभी सहन नहीं करेगी।”
उन्होंने कहा कि, “भाजपा व आरएसएस ही इस तरह के नफरत भरे अभियान की मूल जड़ हैं. यह ताज्जुब की बात है कि संविधान का माखौल उड़ाने वाले और देश की गंगा-जमुनी तहजीब व एकता को तोड़ने वाले ऐसे देशद्रोही ताकतों पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई, जो खुलेआम कत्लेआम का आह्वान कर रहे हैं। इतने दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक उन्माद फैलाने वालों पर कार्यवाही न होना दिखाता है कि इनको उत्तराखंड सरकार का राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है। इसके लिए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री धामी को अपनी जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा देना चाहिए।”
माले के लालकुआं विधानसभा उम्मीदवार बहादुर सिंह जंगी ने कहा कि, “देश की जनता गंगा-जमुनी तहजीब के पक्ष में है, और धर्म के नाम पर भड़काए जा रहे उन्माद का मुकम्मल जवाब देगी. मुसलमानों के ख़िलाफ़ खुलेआम नफ़रत भरी बातें करने वाले कट्टर हिन्दुत्ववादी नेता यति नरसिम्हानंद और प्रबोधानंद की तत्काल गिरफ्तारी की जानी चाहिए।”
उन्होंने कहा कि, “भारत एक धर्मनिरपेक्ष व लोकतांत्रिक देश है. इस देश में धर्म के नाम पर जनता को बांटने की साजिश हम कभी कामयाब नहीं होने देंगे।आज के कार्यक्रम में माले जिला सचिव कामरेड कैलाश, भुवन जोशी, ललित मटियाली, बिशन दत्त जोशी, पुष्कर दुबड़िया, नैन सिंह कोरंगा, कमल जोशी, हरीश भंडारी,निर्मला शाही, स्वरूप सिंह दानू, आदि शामिल थे।