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भीम आर्मी ने किया गृहमंत्री अमितशाह का पुतला दहन
मीनाक्षी
हल्द्वानी | आज आज़ाद समाज पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष सिराज अहमद और भीम आर्मी के नगर अध्यक्ष विकास कुमार के नेतृत्व में गृहमंत्री अमितशाह का पुतला दहन किया, सिराज अहमद ने कहा कि गृहमंत्री अमितशाह भारत सरकार द्वारा उच्च सदन राज्य सभा मे 75 वें वर्ष पर संविधान पर चर्चा के दौरान संविधान निर्माता युग पुरुष भारत रत्न महामानव डॉ भीम राव अम्बेडकर जी पर असांसदीय अमर्यादित वक्तव्य देकर उनका अपमान किया है, अपने वक्तव्य मे अम्बेडकर, अम्बेडकर, अम्बेडकर, अम्बेडकर, अम्बेडकर, अम्बेडकर एक फैशन हो गया है, इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्म तक स्वर्ग मिल जाता! गृहमंत्री अमितशाह द्वारा एक ऐसे महानायक का अपमान किया गया जो 64 विषयों के मास्टर , 32 डिग्रीयां और 9 भाषाओं के ज्ञाता दुनिया के पहले एकमात्र व्यक्ति थे जिन्होंने समानता का अधिकार शोषितों वँचितों पीढ़ीतों किसानों महिलाओं आदि का मुक्तिदाता कहा जाता है, जिन्होंने जीवनभर न सिर्फ बहुजन समाज के उत्थान के लिए संघर्ष किया बल्कि भारत के हर वर्ग के लिए संविधान मे अधिकार दिया, लेकिन संविधान के द्वारा सम्मानित पद पर विराजमान अमितशाह ने संविधान निर्माता बाबा साहेब का किये गए अपमान से ऐसा प्रतीत होता है कि न तो अमितशाह संविधान का सम्मान करते हैं बल्कि 400 पार सीट्स मिलने पर संविधान बदल कर मनुस्मृति लागू करने कि मंशा जो अधूरी रह गई है, यह भी साबित होता है कि जातिवाद उनके मन मे भरा पड़ा है, न तो वह संविधान का सम्मान करते हैं और न ही संविधान रचायिता बाबा साहेब का सम्मान करते है जबकि हमारा संविधान समता, बंधुत्व, समानता की बात करता है, ग्रह मंत्री अमितशाह के बयानों से साफ ज़ाहिर होता है कि उन्होंने न सिर्फ बाबा साहेब का अपमान किया है बल्कि भारत की 90% आबादी का अपमान किया है तथा उनकी भावनाओं को ठेस पहुंचाई है! हम मांग करते हैं कि गृहमंत्री अमितशाह से इस्तीफा लिया जाय और उनके खिलाफ एट्रोसिटी एक्ट मे मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जाय,
बाबा साहेब के अपमान के विरोध में अनेकों सम्मानित सांगठनों ने भी धरना प्रदर्शन कर नगर मजिस्ट्रेट के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति जी को ज्ञापन प्रेषित किया ज्ञापन में मांग की गई कि संविधान निर्माता के विषय में अमितशाह की टिप्पणी राष्ट्रद्रोह के सामान है जिससे भारत का जनमानस आहत है अमितशाह के विरुद्ध अविलम्ब कानूनी कार्रवाई करते हुए सम्मानित व गरिमामयी गृहमंत्री पद से मुक्त कर सुसंगत धाराओं में विधि कार्रवाई की जाय, ताकि देश के संविधान में आस्था रखने वाली जनता का विश्वास पुनः स्थापित हो सके धरने पर सिराज अहमद, शंकर लाल, जी आर टम्टा, कैलाश पाण्डेय, दीपक चनियाल, आर पी गंगोला, सुंदरलाल बौद्ध, डॉ तारा, सरोजनी देवी, रूचि आर्य, सुनीता आर्य, कमला देवी, मंजू रानी, आर आर आर्य, रितिक कांत, नसीम सलमानी, जीतराम, गुलाब राम, किशोरी लाल, विनोद कुमार बौद्ध, प्रकाश बेरी, मुकेश बौद्ध, गोपाल टम्टा, धनी राम, आर आर लोहिया, नवीन मूलनिवासी, लक्ष्मीनारायण, गणेश राम, खीम राम आर्य, रविंद्र प्रसाद, हरि प्रसाद, हरीश राम मथुरा प्रसाद, किशोरी लाल, एम एल चुनेरा, दर्जनों लोग उपस्थित थे!