उत्तराखण्ड
भीमगोड़ा बैराज गेट टूटने के मामले में बड़ी कार्रवाई, EE और SDO निलंबित
भीमगोड़ा बैराज का गेट टूटने के मामले में बड़ी कार्रवाई हुई है। इस मामले में लापरवाही बरतने पर उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग उत्तरी खंड गंगनहर रुड़की के अधिशासी अभियंता और एसडीओ पर गाज गिरी है।
भीमगोड़ा बैराज का गेट टूटने के मामले में कार्रवाई
भीमगोड़ा बैराज का गेट टूटने के मामले में कार्रवाई हुई है। इस मामले में उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग उत्तरी खंड गंगनहर रुड़की के अधिशासी अभियंता और एसडीओ को निलंबित कर दिया गया है।
जांच में दोषी पाए जाने पर प्रमुख अभियंता ने अधिशासी अभियंता नलिन वर्धन और एसडीओ शिवकुमार कौशिक पर कार्रवाई की गई है।
16 जुलाई को शाम को टूटा था बैराज का गेट
बता दें कि 16 जुलाई को शाम 5.45 पर बैराज का गेट नंबर 10 टूट गया था। गेट के टूटने से लोगों में हड़कंप मच गया था। हालांकि इससे जान माल का कोई नुकसान नहीं हुआ था। लेकिन मामले को गंभीरता से लेते हुए इस मामले में उत्तर सिंचाई विभाग के प्रमुख अभियंता ने जांच के आदेश दिए थे।
वित्तीय और प्रशासनिक अनियमितताओं के पाए गए दोषी
इस घटना की अधीक्षण अभियंता मेरठ ने जांच की। जांच रिपोर्ट में प्रथम दृष्टया में अधिशासी अभियंता वित्तीय और प्रशासनिक अनियमितताओं के दोषी पाए गए हैं।
दोनों अधिकारियों को जांच में लापरवाही, अधिकारियों को देर से सूचना देने, सही सूचना न देने के साथ ही अधिनस्थों में तालमेल ना होने का दोषी पाया गया है। जिसके बाद उन पर ये कार्रवाई की गई है।