उत्तराखण्ड
किराये पर घूमने के लिए ले गये बाइक और स्कूटी, फिर हो गये फरार
संवाददाता शंकर फुलारा
हल्द्वानी। कई युवाओं ने स्वरोजगार अपना रखा है। ऐसे में कई लोग अलग-अलग तरह से अपनी आजीविका चला रहे है। इन पर शातिरों की नजर है। हल्द्वानी में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया। यह दो शातिरों ने घूमने के लिए किराये पर वाहन लिए और इसके बाद फिर लौटकर नहीं आये।
मालिक को पांच दिन बाद वाहनों की याद आयी तो वह कोतवाली पहुंचा और पुलिस को तहरीर देकर शातिरों को पकड़ने की मांग कीं।
कोतवाली पुलिस को दी तहरीर में हल्द्वानी के आवास विकास कालोनी निवासी विद्याधर पुत्र कृष्ण कुमार ने बताया कि उसने स्वरोजगार के लिए लोन लिया। इससे तीन स्कूटी खरीदी थीं। स्कूटी को किराये पर देकर वह आजीविका कमा सकें। बकायदा उसने इसका खूब प्रचार-प्रसार भी किया।
पीड़ित का कहना है कि विगत 1 जून को दो युवकों का फोन उसके पास आया। जिन्होंने अपना नाम हेमंत और राहुल बताया। दोनों एक स्कूटी और केटीएम बाइक किराए पर मांगी। जिस पर उसने इंकार करते हुए कहा कि उसकी स्कूटी का अभी रजिस्ट्रेशन नहीं हुआ है, जिसे वह किराए पर नहीं दे सकता और बाइक निजी इस्तेमाल के लिए है।
लेकिन शातिर युवकों ने उसके सामने गिड़गिड़ाना शुरू किया और कहा कि उन्हें कुछ देरी के लिए वाहन चाहिए। कुछ देर में स्कूटी और बाइक से घूमकर वापस आ जायेंगे। जिसके बाद उसने वाहन दे दिए, लेकिन शातिर लौट कर नहीं आए।
जब पांचवें दिन भी वह नहीं आये तो उसे वाहन चोरी का एहसास हुआ। कोतवाली पुलिस ने भी मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।