उत्तराखण्ड
यूओयू को भ्रष्टाचार मुक्त करने व कुलपति को बर्खास्त करने की मांग
हल्द्वानी। भाकपा माले जिला सचिव डा कैलाश पाण्डेय ने उत्तराखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय हल्द्वानी को भ्रष्टाचार से मुक्त करने और इस भ्रष्टाचार के लिए ज़िम्मेदार कुलपति ओम प्रकाश नेगी को बर्खास्त कर मुक्त विश्वविद्यालय में हुए भर्ती घोटालों की न्यायिक जांच की मांग को लेकर राज्य के राज्यपाल (जो कि उत्तराखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय के कुलाधिपति भी हैं) को ज्ञापन भेजा। उन्होंने कहा कि, “उत्तराखण्ड के माननीय राज्यपाल और उत्तराखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय के कुलाधिपति होने के नाते उन्हें किसी भी दबाव से मुक्त होकर उत्तराखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय के भ्रष्टाचार के विरुद्ध कार्रवाई करनी चाहिए।
गौरतलब है कि पूर्व कुलाधिपति महोदय ने उत्तराखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय की नियुक्तियों में धांधली पर जांच बिठाने की बात मीडिया में थी। लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही होना तो दूर अभी तक कोई जांच रिपोर्ट भी सामने नहीं आई है। जिससे भ्रष्टाचारियों के हौसले बुलंद हैं।”उन्होंने उत्तराखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय हल्द्वानी को भ्रष्टाचार से मुक्त करने के लिए पांच सूत्रीय मांगे उठाई।
1- उत्तराखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति श्री ओम प्रकाश नेगी को तुरंत बर्खास्त कर उनपर भ्रष्टाचार का मुक़दमा दर्ज किया जाए।
2- ओम प्रकाश नेगी के बर्खास्त होने तक किसी भी हालत में उत्तराखंड के विश्वविद्यालयों में कुलपति के रिटायरमेंट की उम्र बढ़ाकर 70 साल न की जाए।
3- ओम प्रकाश नेगी और उनके रिश्तेदारों के बैंक खातों की जांच की जाए. मुक़दमा चलने तक उनकी पेंशन पर रोक लगाई जाए।
4- नेगी के कार्यकाल की समस्त अनियमितताओं की जांच हाइ कोर्ट में कार्यरत जज के नेतृत्व में सीबीआई जांच करवाई जाए। लिखित परीक्षाओँ में प्रश्नपत्र आउट करने के आरोपों की जांच की जाए।
5-धांधली कर की गई सभी भर्तियां रद्द की जाएं। दस्तावेज़ों में हेरफेर कर नियुक्ति पाने वालों पर भी मुकदमा दर्ज किया जाए।