उत्तराखण्ड
नियमों के पालन के साथ कल से शुरू होगी चारधाम और हेमकुंड साहिब यात्रा,sop होगी जारी
उत्तखण्ड में हाई कोर्ट के द्वारा चार धाम यात्रा पर रोक हटा दी गई है आगे यात्रा को लेकर सभी तैयारियां पहले ही पूरी हो चुकी है। परिवहन विभाग भी पहले ही सभी तैयारियों को पूरा चुका था। सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर ने बताया कि आज देवस्थानम बोर्ड यात्रा के लिए अलग से एसओपी जारी करेगा।हेमकुंड साहिब की यात्रा भी कल से ही शुरू होगी। यात्रा को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।यात्रा को शुरू करने की याचना करते हुए सरकार की ओर से अदालत में शपथ पत्र पेश किया गया था। महाधिवक्ता एसएन बाबुलकर ने कोर्ट को बताया उत्तराखंड के साथ-साथ देश में कोविड मामलों में कमी आयी है।
सभी मंदिर, स्कूल, न्यायालय, संसद खुल चुके हैं। इसलिए चारधाम यात्रा को भी कोविड के नियमों के पालन के साथ खोलने की अनुमति दी जाय।महाधिवक्ता ने कहा कि, चारधाम यात्रा बंद होने से लोगों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। दूसरे पक्ष के अधिवक्ता शिव भट्ट ने कहा कि सरकार ने चारधाम यात्रा के लिए जो एसओपी जारी की है उसमें कमियां हैं। यात्रा को प्रतिबंधों के साथ खोला जाए। यात्रा मार्ग पर काम करने वाले व्यापारी, स्थानीय लोग यात्रा पर निर्भर हैं। यात्रा बंद होने से उनके सामने रोजी-रोटी का संकट पैदा हो जाता है। दोनों पक्षों के सुनने के बाद न्यायालय ने प्रतिबंधों के साथ यात्रा शुरू करने के आदेश दिए। अदालत ने कहा है कि भविष्य में अगर कोविड केसों में बढ़ोतरी होती है और यात्रा को स्थगित करना पड़े तो इसके लिए भी व्यवस्था रखें।
श्रद्धालुओं की आरटीपीसीआर टेस्ट की नेगेटिव रिपोर्ट और कम्पलीट वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट की जांच के लिए चारों धामों में चेक पोस्ट बना ली गई हैं।श्रद्धालुओं के लिए कुंड में स्नान करने पर प्रतिबंध रहे और एंटी स्पीटिंग ऐक्ट को चारों धामों में लागू किया जाए। संबंधित जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि वे यात्रा को सफल बनाने के लिए स्थानीय लोगों एवं एनजीओ की मदद ले सकते हैं, लेकिन एनजीओ एवं स्थानीय लोग, सही एवं जिम्मेदार होने चाहिए। तीनों जिलों के विधिक सेवा प्राधिकरण को निर्देश दिए हैं कि वे यात्रा की मॉनिटरिंग करें और प्रत्येक सप्ताह इसकी रिपोर्ट कोर्ट में दें।