उत्तराखण्ड
चारधाम यात्रा 2025: श्रद्धालुओं की संख्या ने तोड़े सभी रिकॉर्ड, उत्तराखंड तैयार नई चुनौतियों के लिए
उत्तराखंड में इस साल चारधाम यात्रा को लेकर भक्तों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है। हर साल श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ती जा रही है और इस बार भी आंकड़े रिकॉर्ड तोड़ने की ओर इशारा कर रहे हैं। राज्य सरकार की ओर से यात्रा को व्यवस्थित और सुरक्षित बनाने के लिए रजिस्ट्रेशन अनिवार्य किया गया है, जिससे प्रत्येक श्रद्धालु का विवरण सरकारी डाटा में दर्ज हो रहा है।
9 अप्रैल 2025 तक के आंकड़ों के अनुसार, सबसे अधिक पंजीकरण उत्तर प्रदेश से हुए हैं। यहां से अब तक 1,83,950 श्रद्धालुओं ने यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया है। गुजरात इस सूची में दूसरे स्थान पर है, जहां से 1,39,630 श्रद्धालु अब तक पंजीकरण करवा चुके हैं। आंध्र प्रदेश से भी 1,66,899 लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया है, जो दर्शाता है कि दक्षिण भारत से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु इस बार यात्रा में भाग लेने जा रहे हैं। इसके अलावा मध्य प्रदेश से 1,44,604, राजस्थान से 99,080, दिल्ली से 54,925, कर्नाटक से 56,029 और छत्तीसगढ़ से 45,995 पंजीकरण हो चुके हैं। उत्तराखंड से अब तक 12,954 श्रद्धालुओं ने रजिस्ट्रेशन करवाया है।
चारधाम यात्रा की लोकप्रियता अब पूर्वोत्तर राज्यों तक भी पहुंच चुकी है। असम से 2,423, त्रिपुरा से 635, नागालैंड और अरुणाचल प्रदेश से 18-18, मेघालय से 48 और मणिपुर से 80 श्रद्धालु रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं। इन आंकड़ों से यह स्पष्ट है कि चारधाम यात्रा अब केवल उत्तर भारत तक सीमित नहीं रही, बल्कि देश के कोने-कोने से श्रद्धालु इसमें भाग लेने के लिए आ रहे हैं।
पिछले वर्ष यात्रा के शुरुआती दिनों में व्यवस्थाएं लड़खड़ा गई थीं, जिससे सरकार को आलोचना का सामना करना पड़ा था। इस बार प्रशासन ने पहले से ही तैयारियां शुरू कर दी हैं ताकि किसी भी स्थिति में भीड़ को नियंत्रित किया जा सके। ऋषिकेश और हरिद्वार जैसे बड़े पड़ावों पर होटल और धर्मशालाओं के रिसेप्शन पर भी रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था की गई है, ताकि यात्रियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
अब तक कुल मिलाकर 14 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने चारधाम यात्रा के लिए पंजीकरण कर लिया है। इस बार उम्मीद जताई जा रही है कि यह संख्या सभी पुराने रिकॉर्ड तोड़ देगी। यदि धामों में अत्यधिक भीड़ होती है तो प्रशासन की योजना है कि यात्रियों को निचले क्षेत्रों में ही रोका जाए और उन्हें आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराई जाएं।
यदि आप भी इस बार चारधाम यात्रा पर जाना चाहते हैं तो सबसे पहले https://registrationandtouristcare.uk.gov.in वेबसाइट पर जाकर अपना पंजीकरण करवाएं। यदि केदारनाथ के लिए हेलीकॉप्टर सेवा का लाभ उठाना चाहते हैं तो केवल IRCTC की अधिकृत वेबसाइट https://heliyatra.irctc.co.in से ही टिकट बुक करें। किसी अन्य वेबसाइट के झांसे में न आएं, वरना ठगी का शिकार हो सकते हैं।
चारधाम यात्रा न केवल एक आध्यात्मिक अनुभव है बल्कि यह उत्तराखंड की संस्कृति, आस्था और पर्यटन व्यवस्था की भी परीक्षा होती है। इस बार सरकार की पूरी कोशिश है कि यात्रा शांतिपूर्ण, सुरक्षित और व्यवस्थित ढंग से सम्पन्न हो।
















