कुमाऊँ
हेमेश पर कांग्रेस का भरोसा, पाचवीं बार चंपावत सीट से फिर लडेंगे
टनकपुर/चंपावत। उत्तराखंड राज्य गठन के बाद 2002 और 2012 के विधानसभा चुनाव में चंपावत सीट कांग्रेस की झोली में रही है। कांग्रेस के हेमेश खर्कवाल वर्ष 2002 में पहली बार विधायक बने। दूसरी तरफ वर्ष 2007 में भाजपा ने इस सीट पर जीत हासिल की।लेकिन फिर 2012 में हेमेश खर्कवाल ने दूसरी बार इस सीट पर जीत हासिल की। लेकिन 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने मोदी लहर पर इस सीट पर फतह हासिल की और कैलाश गहतोड़ी ने 36601 वोट हासिल करते हुए हेमेश खर्कवाल को 17360 मतों से हराया था।
हेमेश खर्कवाल को 19241 वोट मिले थे। लेकिन मौजूदा विधायक कैलाश गहतोड़ी के मुकाबले हेमेश खर्कवाल ने अपने कार्यकाल में जितने भी बड़े-बड़े कार्य किए वह अपने आप में एक महान नेता की पहचान है। आपको बताते चले हेमेश ने नगर पालिका परिषद टनकपुर के पार्षद बनने के बाद विधानसभा का सफर शुरू किया। विधायक बनने पर अपने कार्यकाल में हेमेश ने टनकपुर में एपीजे अब्दुल कलाम इंजीनियरिंग कॉलेज का निर्माण,पॉलिटेक्निक कॉलेज का निर्माण,आरटीओ ऑफिस का निर्माण, टनकपुर महाविद्यालय का निर्माण जैसे ऐतिहासिक कार्य किए है। आज इन्हीं नेक कार्यो की बदौलत हेमेश खर्कवाल को कांग्रेस पार्टी ने चंपावत विधानसभा सीट से लगातार पांचवीं बार टिकट दिया है। हेमेश खर्कवाल को चंपावत सीट से लगातार पांचवीं बार टिकट दिए जाने पर कांग्रेस नगर अध्यक्ष अनिल चौधरी पिंकी,गजेंद्र पाल,श्याम सक्सेना, रूपेश कुमार, देवेंद्र मिश्रा,दिनेश चंद्र भट्ट,हेम जोशी,नीरज मिश्रा,सुनील वाल्मीकि,भीम सिंह आदि अनेक कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने खुशी का इजहार किया है।
-गौरव शर्मा