उत्तराखण्ड
इस विस सीट पर कांग्रेस के दावेदारों में मच सकती है घमासान
नैनीताल। भाजपा छोड़ कांग्रेस में वापस आये परिवहन मंत्री यशपाल आर्य और उनके पुत्र विधायक संजीव आर्य का जहाँ कांग्रेस में स्वागत हो रहा है, वहीं बगावत भी हो रही है। नैनीताल विधानसभा में वर्षों से अपनी सीट को मजबूत करने में लगे कांग्रेस नेताओं के चेहरे तम तमाने लगे हैं। उनका कहना है कि पिछले साढ़े चार साल से पार्टी के लिए मेहनत उनकी रही है और येन वक्त पर मलाई खाने कोई आ जाय तो उनसे बर्दास्त नहीं होगा।
उत्तराखंड में 2022 के विधानसभा चुनाव नजदीक हैं। चुनाव की तैयारी में लगे दावेदार जोर शोर से मेहनत कर रहे हैं। नैनीताल विधानसभा सीट में अभी से आर्य बंधुओं के बीच घमासान मचने के आसार दिखाई देने लगे हैं। इस सीट पर संजीव आर्य के कांग्रेस में वापसी होने के बाद 2022 के चुनाव की दावेदारी पर लगे हेम आर्य व सरिता आर्य के तेवर बदलने लग गए हैं। सरिता आर्य ने तो खुलकर बगावत शुरू कर दी है। सरिता ने सीधेतौर पर पार्टी छोड़ने तक का ऐलान कर दिया है। वहीं, कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष किशोर उपाध्याय भी नाराज बताए जा रहे हैं। कांग्रेस के सामने पार्टी छोड़कर गए नेताओं की वापसी को लेकर खुशी और बगावत दोनों ही स्थिति देखने को मिल रही है। तराई और नैनीताल में ज्यादातर लोग खुश नजर आ रहे हैं, वहीं कुछ लोग यशपाल की वापसी से नाराज भी नजर आ रहे हैं। कांग्रेस में बागी नेताओं की वापस को लेकर उठे बवाल को दबाना और मैनेज करना कांग्रेस के लिए बड़ी चुनौती मानी जा रही है। बगावती सुर सुनाई देने के बाद कांग्रेस ने उनको मैनेज करने के प्रयास तेज कर दिए हैं। हरीश रावत समेत अन्स बड़े नेताओं का कहना है कि सरिता आर्य से बात की जाएगी।कुल मिलाकर नैनीताल विधानसभा सीट में अभी से आर्या बंधुओं के बीच दावेदारी को लेकर घमासान मच सकती है।

