कुमाऊँ
धौलादेवी क्षेत्र में लगातार वनों में आग लगने की घटना
दन्या (संवाददाता)। विकास खंड धौलादेवी क्षेत्र में लगातार दो दिनों वनों में आग लगने की घटनाएं सामने आ रही हैं।
क्षेत्र में सिविल व सरकारी वनों को आग से बचाने के लिए सरकारी नीतियां धरातल में कारगर साबित नही हो पा रही है। जिसके लिए नजदीक के ग्रमीण जान जोखिम में डालकर आग बुझाने में जुट रहे हैं। विकास खंड धौलादेवी के कफलनी सहित भनोली क्षेत्र के सिविल वनों व सरकारी वनों में दो दिनों से आग लगने का सिलसिला बना है। वही सरकार वनों को बचाने के लिए करोड़ो की धनराशि विभिन्न क्षेत्र वनों में बचाने के लिए खर्च करती है। वही वनों में आग लगने की घटनाएं कम होने का नाम नही ले रही। लागतार जंगलों में आग लगने से लाखों जंगली पशु पक्षियों का जीवन में खतरा बना रहता है और लाखों हेक्टयर वन संपदा को नुकसान पहुच रहा है।
कफलनी वन पंचायत के सरपंच शिव दत्त पांडे ने बताया कल लगभग चार बजे वन पंचायत में राहगीरों के द्वारा आग लगने की बात सामने आया। इस जंगल से गांवो की ओर पैदल रास्ता जाता है। जो लोग धूम्रपान करते हैं व जानबूझकर माचिस की जली तिल्ली को फेक देते हैं। जंगल में पिरूल फैले होने से आग पूरे जंगल मे धधक गयी। वन विभाग के अधिकारियों को कई बार वन पंचायत में लगने वाले आग पर काबू पाने के लिए फायर वाचरो की मांग की गई लेकिन अभी तक दो माह बीत जाने के बाद भी वन क्षेत्र में कोई भी फायर वाचर नही दिखाई दिया। कटीली झाड़ियो में कोई कार्य नही हो रहा है। ना ही जंगलों को बचाने के लिए पिरोल को हटाया गया है।
नई योजनाओं के साथ जंगलों को बचाने पर कोई कार्य नही किया गया है। जागेश्वर वन क्षेत्र प्रभारी आनन्द बल्लभ कांडपाल ने बताया जागेश्वर रेंज के अंतर्गत धौलादेवी, पनुवानौला, जलना क्रू स्टेशनों में प्रत्येक के बीच दर्जनों छोटे क्रू स्टेशन आते हैं। लेकिन वर्तमान में जंगलों में लग रही आग की खबर मेरे संज्ञान में नही है। पता किया जा रहा है।