उत्तराखण्ड
बिंदुखत्ता राजस्व ग्राम की मांग को लेकर लालकुआं तहसील में उमड़ा जनसैलाब
प्रेम सिंह दानू ,पर्वत प्रेरणा संवाददाता
लालकुआं/बिंदुखत्ता। बिंदुखत्ता को राजस्व ग्राम घोषित किए जाने की मांग को लेकर क्षेत्र में जबरदस्त जनआक्रोश देखने को मिला। बिंदुखत्ता राजस्व ग्राम संघर्ष समिति के बैनर तले एवं पूर्व सैनिक संगठन के सहयोग से हजारों की संख्या में लोग बिंदुखत्ता क्षेत्र से लालकुआं तहसील पहुंचे और तहसील परिसर में एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन किया।
धरना प्रदर्शन में महिलाओं, बुजुर्गों और युवाओं सहित भारी संख्या में ग्रामीण शामिल हुए। संघर्ष समिति का कहना है कि बिंदुखत्ता को राजस्व ग्राम बनाए जाने से संबंधित सभी औपचारिकताएं पूर्ण की जा चुकी हैं, इसके बावजूद शासन स्तर पर लगातार टालमटोल किया जा रहा है, जिससे क्षेत्रवासियों में गहरा रोष व्याप्त है।
प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि हर चुनाव के समय सभी राजनीतिक दल बिंदुखत्ता को राजस्व ग्राम बनाने का वादा करते हैं, लेकिन चुनाव जीतने के बाद इस मुद्दे को भुला दिया जाता है। क्षेत्रीय विधायक मोहन सिंह बिष्ट सहित मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा भी अपने-अपने घोषणा पत्रों में बिंदुखत्ता को राजस्व ग्राम घोषित करने की बात कही गई थी, लेकिन अब तक इसकी अधिसूचना जारी नहीं होने से जनता खुद को ठगा महसूस कर रही है।
धरना प्रदर्शन में विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने भी सहभागिता करते हुए बिंदुखत्ता को राजस्व ग्राम घोषित करने की मांग को एकजुट होकर उठाया। आंदोलन को सफल बनाने में संघर्ष समिति के अध्यक्ष अर्जुन नाथ गोस्वामी सहित सचिन भवन भट्ट, बलवंत सिंह बिष्ट, कविराज धामी, उमेश भट्ट, श्याम सिंह रावत तथा पूर्व सैनिक संगठन बिंदुखत्ता के सदस्यों ने सक्रिय भूमिका निभाई।
इस अवसर पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता हरेंद्र सिंह बोरा, पूर्व ब्लॉक प्रमुख संध्या डाला कोठी, पूर्व सैनिक कुंदन सिंह मेहता सहित कई जनप्रतिनिधि और सामाजिक कार्यकर्ता भी उपस्थित रहे।
अंत में संघर्ष समिति द्वारा लालकुआं तहसील के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया गया और शीघ्र बिंदुखत्ता को राजस्व ग्राम घोषित किए जाने की मांग की गई।





















