उत्तराखण्ड
लंबे वीकेंड के दौरान कैंची धाम में दर्शन को भक्तों की लगी भीड़
नैनीताल। भवाली स्थित कैंची धाम भक्तों के जयकारों से गूंज उठा। नैनीताल में लंबे वीकेंड के दौरान पर्यटकों की भारी भीड़ बाबा नीब करोरी महाराज के दर्शन करने के लिए उमड़ रही है।
दरअसल देश के छोटे से प्रदेश उत्तराखंड में नैनीताल से 18 किलोमीटर दूर सिप्रा नदी के तट पर कैंची गांव में एक धाम है जहाँ एक छोटा सा मंदिर बनाया गया था। आज उस मंदिर का स्वरुप मान्यताओं और चमत्कारों के चलते आलीशान हो चुका है। दिल्ली से अल्मोड़ा जाने वाले राष्ट्रिय राजमार्ग 87 ई पर वैली में बने इस मंदिर को आध्यात्म का गढ़ माना जाता है।
बाबा के भक्तों ने देशभर में लगभग 48 मंदिर उनकी याद में बनाए हैं। इनमें से प्रमुख हनुमानगढ़ मंदिर नैनीताल, ऋषिकेश, बाबानिया मंदिर गुजरात, बाबा मंदिर नीब करोरी, काकड़ीघाट मंदिर नैनीताल, संकट मोचन हनुमान मंदिर वृन्दावन, लखनऊ और शिमला, हनुमान मंदिर महरौली,दिल्ली इति.हैं । इसके आलावा अमेरिका के टाउस, और जर्मनी के बर्लिन समेत कुछ अन्य देशों में भी बाबा के मंदिरों की स्थापना की गई है।
जनश्रुति के अनुसार नीम करौली बाबा एक सिद्ध पुरुष थे। बाबा ने 11 सितम्बर 1973 में समाधी ग्रहण करने के बाद प्रतिष्ठित कैंचीधाम की कमान अपनी शिष्य श्री.सिद्धि माई को सौंपी थी। धाम में वर्षभर विदेशी सैलानियों का ताँता लगे रहता है। ये विदेशी भक्त दुनियाभर में महाराज के विचारों को आम आदमी तक पहुंचाते हैं।
स्थाई निवासी चंचल सिंह ने बताया है कि लिए 1 दिन में 10 से 15000 आदमी नीम करोली महाराज के दर्शन करने के लिए आ रहे हैं अब देखने वाली बात यह है 15 जून 2023 वार्षिक उत्सव मनाया जाएगा पुलिस प्रशासन की भूमिका क्या रहेगी।
रिपोर्ट – भुवन ठठोला