उत्तराखण्ड
सड़क हादसे में घायल युवक की मौत, परिजनों ने पुलिस के खिलाफ की नारेबाजी
हल्द्वानी। सडक़ हादसे में घायल युवक की एसटीएच में उपचार के दौरान मौत हो गई। घटना से गुस्साए परिजनों ने पुलिस के खिलाफ जमकर आक्रोश जताया। आरोप लगाया कि पुलिस ने घायल को अस्पताल पहुंचाने में देरी की। बाद में कोतवाल के जांच के बाद कार्रवाई के आश्वासन पर लोग शांत हुए। जानकारी के अनुसार इंदिरानगर नूरी मस्जिद, बनभूलपुरा निवासी 27वर्षीय मोहम्मद शहजाद उर्फ गोपी पुत्र मुख्तियार बीती 13 मई को अपनी पत्नी को इलाज कराने के लिए सुशीला तिवारी अस्पताल गया था। जहां से वह अपने कुछ परिचितों के साथ ऑटो ठीक कराने के लिए गौलापार चला गया। बताया जाता है कि उसी रात शहजाद के मोबाइल फोन से किसी ने उसके भाई को बताया कि शहजाद गौलापार खेड़ा के समीप पैट्रोल पंप के पास घायलावस्था में पड़ा हुआ है। जिसे लोगों ने उपचार के लिए बेस अस्पताल पहुंचाया। परिजनों का कहना है कि जब वह बेस अस्पताल पहुंचे तो शहजाद को प्राथमिक उपचार के लिए डॉ सुशीला तिवारी अस्पताल रैफर कर दिया गया। जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। शहजाद की मौत की खबर से परिजनों में कोहराम मच गया। इस बीच परिजनों ने मोर्चरी में जमकर हंगामा किया। उन्होंने पुलिस पर भी गंभीर आरोप लगाए। उनका कहना था कि पुलिस ने शहजाद को समय से अस्पताल नहीं पहुंचाया। जिसके चलते उपचार न मिलने पर उसकी मौत हो गई। मौके पर पहुंचे कोतवाल हरेंद्र चौधरी ने मामले की जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया।