उत्तराखण्ड
शिक्षिका से अनर्गल बातें करने व छात्राओं को आपत्तिजनक संदेश भेजने के मामले में उप प्रधानाचार्य निष्कासित
नैनीताल। ज्योलिकोट स्थित नैंसी कॉलेज में एक मई को आंदोलन करने वाली छात्राओं व कॉलेज प्रबंधन ने प्रेस वार्ता कर बताया कि कॉलेज प्रबंधन ने 12 वर्षों से कार्यरत उप प्रधानचार्य नवीन शर्मा को कॉलेज की एक शिक्षिका से अनर्गल बाते करने व अन्य छात्राओं को आपत्तिजनक संदेश भेजने के मामले में कॉलेज से निष्कासित कर दिया गया था। जिसको लेकर छात्राओं ने कॉलेज में हंगामा काटा था।
शुक्रवार को आयोजित प्रेस वार्ता में छात्राओं ने बताया कि कॉलेज की कुछ सीनियर छात्राओं ने कॉलेज से निष्कासित किए गए उप प्रधानाचार्य नवीन शर्मा को वापस कॉलेज में लाने की मांग को लेकर सभी छात्राओं की भड़काया था और उनसे जमकर हंगामा काट आंदोलन करने को कहा था जिस पर छात्राओं ने एक मई को कॉलेज में बखेड़ा खड़ा कर दिया और कॉलेज प्रबंधन पर मानसिक व शारीरिक रूप से परेशान करने का आरोप लगाया था , साथ ही 24 घण्टे मोबाइल का उपयोग करने, सुबह जल्दी उठाने व एक्स्ट्रा क्लास न लेने की मांग की थी।
वही दूसरे दिन छात्राओं ने मीडिया पर भी गलत कवरेज करने का आरोप लगाते हुए कहा था की मीडिया ने अपनी टीआरपी बढ़ाने के लिए गलत खबर प्रकाशित की थी। वही जब कॉलेज की छात्राओं को उप प्रधानाचार्य को कॉलेज प्रबंधन द्वारा हटाए जाने की सच्चाई का पता चला की उप प्रधानाचार्य को कॉलेज की शिक्षिका के बारे में अनर्गल बाते करने व कुछ छात्राओं के साथ आपत्तिजनक चैट्स करने के कारण कॉलेज से निष्कासित गया है। वही कॉलेज प्रबंधन के सामने आई नवीन शर्मा व कुछ सीनियर छात्राओं के बीच हुई चैट्स में इस बात का खुलासा हुआ की छात्राएं नवीन शर्मा को कॉलेज में वापस कॉलेज में लाने के लिए कुछ भी कर गुजरेंगी। जिसको लेकर ही वह एक षडयंत्र के तहत आंदोलन कर रही थी। लेकिन जब छात्राओं को इस बात की सच्चाई पता चली तो आंदोलन कर रही छात्राओं को अपनी गलती का एहसास हुआ और उन्होंने मीडिया से वीडियो के माध्यम से माफी मांगी जिसके बाद एक प्रेस वार्ता भी आयोजित मीडिया को अपनी सफाई दी।
कॉलेज के एमडी आईपी सिंह ने बताया कि इस प्रकरण में आधा दर्जन से अधिक प्रमुख भूमिका निभाने वाली छात्राओं को कॉलेज से निष्कासित कर दिया गया है। वही अन्य छात्राओं के खिलाफ अनुशासन समिति की रिपोर्ट आज ही उन्हें मिली है। उनके विरुद्ध कार्रवाई करने के लिए समिति को अधिकृत कर दिया गया है। वही बताया कि अब आंदोलन कर रही छात्राओं ने अपनी 24 घण्टे मोबाइल देने, सुबह जल्दी उठाने व एक्स्ट्रा क्लास न लेने की मांगों को भी वापस ले लिया है।