कुमाऊँ
विकासखण्ड ताड़ीखेत में क्षेत्र पंचायत की बैठक सम्पन्न
रानीखेत। कोरोना माहमारी के चलते देश व राज्यों में सभी कार्यों पर रोक लगी हुई थी। जैसे ही इस महामारी से राहत मिली और सभी कार्य सामान्य गतिविधियों से चलने लगें। इसी ओर देखते हुए जिलाधिकारी वन्दना के निर्देशन में जिले में क्षेत्र पंचायत की बैठकों में विभिन्न विभागीय अधिकारियों की उपस्थिति सुनिश्चित करते हुए जनपद अल्मोड़ा के क्षेत्र पंचायत का वर्ष 2022-23 हेतु रोस्टर घोषित किया गया।
इसी क्रम में आज विकासखण्ड ताड़ीखेत मे ब्लॉक प्रमुख हीरा सिंह रावत की अध्यक्षता में क्षेत्र पंचायत की बैठक आहूत की गई। जिसमें सभी विभागों के अधिकारीगण सहित क्षेत्रीय विधायक डॉ प्रमोद नैनवाल, संयुक्त मजिस्ट्रेट रानीखेत जय किशन, सीडीओ नवनीत पाण्डे, डीडीओ के एन तिवारी, राज्य सभा सांसद प्रतिनिधि हेमंत रौतेला, जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि रचना रावत सहित 41 ग्राम प्रधान, 19 क्षेत्र पंचायत सदस्य और 2 जिला पंचायत सदस्य उपस्थित रहे।
ब्लॉक प्रमुख ने बताया कि ढ़ाई साल के बाद यह बैठक हो रही है। मैं माननीय जिलाधिकारी महोदया को धन्यवाद देना चाहता हूं। जिनके मार्गदर्शन से पूरे जिले में हर ब्लाकों में क्षेत्र पंचायत की बैठक का आयोजन करवाया जा रहा है। आज इस बैठक में सर्वसम्मति से रानीखेत को जिला धोषित करने की मांग की गई है। उन्होंने कहा कि इस समय पानी की किल्लत और वनों में आग की समस्या सबसे अधिक हो रही है। कोई ऐसा जंगल नहीं बचा है जहां आग नहीं लग रही है, और वन विभाग अभी भी कौन सी कुम्भकरण की नींद सो रहा है।
जनप्रतिनिधियों ने अपने अपने क्षेत्र में हो रही परेशानियां विभागीय अधिकारियों के सम्मुख रखी। जिसमें विभागीय अधिकारियों ने उनके समाधान करते हुए अपनी योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
इस बैठक में सबसे ज्यादा मामले पानी के रहें। जनप्रतिनिधियों ने बताया कि जल निगम और जल संस्थान के आपसी मतभेद के कारण जनता परेशान रहती है। जनता को टाइम पर पानी की सप्लाई नहीं हो पाती है। जल संस्थान कहती हैं की जल निगम हमे पानी नहीं दे रहा है। इसलिए पानी की पूर्ति नहीं हो पा रही है। इन दोनो के आपसी मतभेद से समय पर जनता तक पानी नहीं पहुंच पाता है।