उत्तराखण्ड
अंग्रेजों के ज़माने के जर्जर पुल बने मुसीबत, खटीमा से पीलीभीत पहुंचना अब बना चुनौती
उत्तराखंड के खटीमा से उत्तर प्रदेश के पीलीभीत पहुंचना अब लोगों के लिए बड़ी मुश्किल बन गया है। पीलीभीत के पूरनपुर इलाके में हरदोई ब्रांच नहर पर बने तीन पुल डगा कलीनगर और चितरपुर अब जर्जर हालत में हैं। हालात इतने खराब हो चुके हैं कि प्रशासन ने डगा और कलीनगर दोनों पुलों को बंद कर दिया है। चितरपुर पुल से सिर्फ हल्के वाहन ही जा सकते हैं। भारी वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से रोक दी गई है। इन पुलों के बंद होने के बाद अब पीलीभीत टाइगर रिजर्व और खटीमा का रास्ता आसान नहीं रहा।
हरदोई ब्रांच नहर दरअसल शारदा मुख्य नहर से जुड़ी है। जिस पर ये पुल बने हैं। इन पुलों का निर्माण सन 1925 में अंग्रेजों के वक्त हुआ था। तब से लेकर अब तक ये पुल उत्तराखंड के खटीमा जाने के लिए सबसे आसान रास्ता माने जाते रहे हैं। लखनऊ से आने वाले वाहन इन्हीं पुलों से होते हुए खटीमा जाते थे। हर रोज तीस से चालीस हजार गाड़ियां इनसे गुजरती थीं। लेकिन अब डगा और कलीनगर दोनों पुलों पर आवाजाही रोक दी गई है। क्योंकि ये पुल अब बिल्कुल खस्ताहाल हो चुके हैं। चितरपुर की हालत भी कोई खास बेहतर नहीं है।
मार्च महीने में डगा पुल में दरारें पड़ी थीं। जिसके बाद इस पर ट्रैफिक रोक दिया गया। फिर लोग कलीनगर के रास्ते से जाने लगे। लेकिन अब वहां भी दरारें आ चुकी हैं। ऐसे में सिर्फ एक चितरपुर पुल बचा है। लेकिन वह भी अब आधा अधूरा ही काम कर रहा है। उस पर हाइट गेज लगा दिया गया है ताकि कोई बड़ा वाहन उस पर से न गुजर सके।
स्थानीय लोग कह रहे हैं कि जैसे पूरनपुर हाईवे पर बने पुल की मरम्मत करके आवाजाही शुरू करवाई गई थी। वैसे ही इन तीनों पुलों की भी मरम्मत कर दी जाए। लेकिन सवाल यही है कि ये कब होगा। किसी को कुछ पता नहीं। डगा पुल को बंद हुए चार महीने से ज्यादा हो चुके हैं। लेकिन अब तक उसका काम भी शुरू नहीं हुआ है। पहले तो सिंचाई विभाग और फिर राज्य सेतु निगम के अफसरों ने सर्वे की बात की थी। लेकिन उसके बाद अब तक कोई काम शुरू नहीं हुआ है। चितरपुर और कलीनगर की मरम्मत को लेकर भी तस्वीर साफ नहीं है।
लोग अब कच्चे रास्तों से नहर के किनारे सफर करने को मजबूर हैं। जिससे न सिर्फ वक्त की बर्बादी हो रही है बल्कि लोगों की जेब पर भी बोझ बढ़ रहा है। इस बारे में जब जिलाधिकारी ज्ञानेंद्र सिंह से बात की गई तो उन्होंने इतना कहा कि पुलों की मरम्मत को लेकर शासन से बातचीत हो रही है। जैसे ही बजट मिलेगा काम शुरू करवा दिया जाएगा।


