कुमाऊँ
ड्रग फैक्ट्री के एम डी ने किया औचक निरीक्षण, कर्मचारी यूनियन ने गिनाई समस्याएं
रानीखेत (संवाददाता)। रानीखेत गनियाद्योली स्थित को- ऑपरेटिव ड्रग फैक्ट्री के प्रबंध निदेशक एम पी त्रिपाठी ने फैक्ट्री का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने फैक्ट्री में कार्यरत कर्मचारियों से फैक्ट्री के काम काज के बारे में जानकारी ली। फैक्ट्री के श्रमिक संघ के अध्यक्ष मोहन नेगी तथा सचिव के एस डोगरा सहित अन्य कर्मचारियों ने प्रबंध निदेशक से चर्चा की।
उन्होंने प्रबंध निदेशक से कहा की वर्तमान में फैक्ट्री की हालत गंभीर है। किसी समय 250 से अधिक श्रमिक इस फैक्ट्री में कार्यरत थे, तथा कई राज्यों के आर्डर फैक्ट्री को मिलते थे, और फैक्ट्री अपने खर्चो पर चलती थी । लेकिन राज्य गठन के बाद फैक्ट्री निरंतर रसातल में जा रही है। अब न तो फैक्ट्री को आर्डर मिल रहे हैं, न ही नयी नियुक्तियां ही मिल रही है।
फैक्ट्री में कार्यरत पूर्व कर्मचारियों ने कहा की उन्हें सेवानिवृत्ति के उपरांत भी शेष देयकों का भुगतान नहीं किया जा रहा है। फैक्ट्री के कर्मचारी यूनियन ने फैक्ट्री के पुराने गौरव को वापस दिलाते हुए फैक्ट्री को पूर्व की भांति चलाने के लिए कर्मचारियों की भर्ती करने, फैक्ट्री में व्यवस्थित कार्य के लिए राज्यों से आर्डर लेने की व्यवस्था को बहाल करने की बात कही।
प्रबंध निदेशक ने कर्मचारी नेताओं व कर्मचारियों को आश्वस्त किया कि फैक्ट्री के सञ्चालन के लिए शीघ्र ही एक प्रस्ताव बनाकर केंद्र व राज्य सरकार को प्रेषित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि फैक्ट्री की समस्याओं के समाधान के लिए वह गंभीर है। उन्होंने कहा कि राज्य व केंद्र सरकार आयुर्वेदिक दवाओं के उत्पादन व प्रसार के लिए निरंतर प्रयासरत है। उन्होंने सभी से शालीनता व अनुशासन से फैक्ट्री में कार्य करने के लिए कहा।
प्रबंध निदेशक से मिलने वालों में अध्यक्ष मोहन नेगी, सचिव के एस डोगरा, राजा राम रस्तोगी, गोपाल पांडेय, कमल कुमार, पूरन थापा, हरीश नैनवाल, दान सिंह रावत, हरीश आर्य, विकास जोशी शामिल थे।
बलवंत सिंह रावत