उत्तराखण्ड
इकलौते बेटे को लेकर चीला नहर की ओर गए पिता पुत्र लापता
आज से तीन दिन पहले एक पिता अपने इकलौते बेटे को गोद में लेकर नदी में कार में उतर गया था। उसका तब से कोई पता नहीं चल पाया है। एसडीआरएफ और आपदा राहत दल की टीम के साथ दो गोताखोर खोजबीन में लगाए गए हैं। पुलिस प्रशासन की ओर से नहर में अब चार राफ्ट लगाई गईं हैं।
भरत विहार ऋषिकेश निवासी सुनील बंसल ने तीन दिन पूर्व कोतवाली ऋषिकेश में अपने पुत्र अर्चित बंसल (32 वर्ष ) और पौत्र राघव (तीन वर्ष) की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस की जांच में यह पता चला था कि अर्चित अपने पुत्र को लेकर कार सहित चीला शक्ति नहर की ओर जाता दिखाई दिया है। सीसीटीवी कैमरे में भी वह नजर आया था। नहर में दोनों की काफी तलाश की गई थी, लेकिन इनका पता नहीं चल पाया था।
लक्ष्मण झूला के थाना अध्यक्ष वीरेंद्र रमोला ने बताया कि एसडीआरएफ के उप निरीक्षक कविंद्र सिंह सजवाण के नेतृत्व में दो राफ्ट और आठ टीम सदस्य और बाढ़ आपदा राहत दल के पांच सदस्य, दो गोताखोर नहर में उतारे गए थे। मंगलवार को रेस्क्यू कार्य में राफ्ट की संख्या बढ़ा दी गई है। अब नहर में चार राफ्ट उतारी गई हैं। अभी तक कार के अवशेष के रूप में रेस्क्यू टीम को आल्टो कार के शीशे में लगने वाला रबड़ ही मिल पाया है। रविवार की शाम लक्ष्मणझूला थानाध्यक्ष वीरेंद्र रमोला को सूचना मिली थी किसी व्यक्ति ने चीला नहर में कार के डूबने की वीडियो क्लिप बनाई है। कोतवाली ऋषिकेश और थाना लक्ष्मण झूला पुलिस की संयुक्त टीम ने मौके पर जाकर पूछताछ की तो वहां मौजूद कुछ लोग ने इस बात की पुष्टि की कि शनिवार की शाम एक कार सवार व्यक्ति ने नहर में अपनी कार को डाल दिया था। बताया कि उसकी गोद में एक बच्चा भी था।