उत्तराखण्ड
यहां पहली बार जब तेंदुए के भय से लगेगा नाइट कर्फ्यू
पिथौरागढ़। जिले में पिछले लंबे समय से तेंदुए का आतंक बना हुआ है। तेंदुआ इतना हमलावर हो चुका है कि वह मौका मिलते ही लोगों पर झपट जा रहा है। इसलिए क्षेत्र के लोग सहमे व डरे हुए हैं। गंगोलीहाट, पाटी, पपदेव समेत जिले के कई गांवों में तेंदुए ने बच्चों को मार डाला है।तेंदुए के बढ़ते आतंक को देखते हुए जिलाधिकारी डॉ आशीष चौहान ने सायं 6 बजे बाद नाइट कर्फ्यू के आदेश दे दिए हैं। चांडक बजेठी, पपदेव, जीआईसी,रई समेत कई इलाकों में नाइट कर्फ्यू लगा दिया गया है। यह पहली बार ऐसा देखा जा रहा है जब तेंदुए के आतंक और भय के चलते शाम 6:00 बजे बाद इन क्षेत्रों में लोगों को अब घरों में ही कैद होना पड़ेगा। जबकि कुछ दिनों बाद रामलीला शुरू होने वाली है।
उप जिलाधिकारी नंदन कुमार ने बताया कि नाइट कर्फ्यू का उल्लंघन करने पर संबंधित व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। नाइट कर्फ्यू का प्रचार प्रसार करने के लिए थाना कोतवाली, वन विभाग एवं आपदा प्रबंधन अधिकारी को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई है। इधर लोगों का कहना है कि ग्रामीण एवं शहरी इलाकों में अनेक स्थानों पर बड़ी-बड़ी झाड़ियां हुई पड़ी हैं, अकसर तेंदुआ इन्हीं झाड़ियों में छुपकर हमला करता रहता है। अगर साफ सफाई की जाए साड़ियां काट दी जाए तो तेंदुए के ठौर ठिकाने नष्ट हो जाएंगे और तेंदुए का आतंक भी नहीं हो पाएगा। जीआईसी रोड की तरफ अनेक झाड़ियों के कारण तेंदुए का अड्डा बना हुआ है।