उत्तराखण्ड
प्रशिक्षण संस्थान की उपेक्षा को लेकर पूर्व सीएम हरीश रावत करेंगे धरना प्रदर्शन
अल्मोड़ा। गुरुड़ाबांज में स्वीकृत पारंपरिक शिल्प उन्नयन और प्रशिक्षण संस्थान की उपेक्षा को लेकर हरिप्रसाद टम्टा व पूर्व सीएम हरीश रावत जिला मुख्यालय में धरना देंगे। अपने सोशल मीडिया अकाउंट से जानकारी देते हुए उन्होंने धरने का ऐलान किया है।
कांग्रेस के दिग्गज नेता व पूर्व सीएम हरीश रावत आगामी 4 व 5 मई को चौघानपाटा में लैफ्टिनेंट कर्नल सतीश चंद्र जोशी पार्क में स्थित मुंशी हरिप्रसाद टम्टा स्मारक के नीचे धरना देंगे। हरीश रावत 4 मई की शाम से धरना शुरू कर 5 मई तक दिन-रात धरना देंगे।गुरुड़ाबांज में धरना प्रदर्शन के दौरान दिया था।
पूर्व सीएम हरीश रावत के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बीते वर्ष 24 अगस्त को गुरुड़ाबांज में धरना प्रदर्शन किया था। जहां हरीश रावत ने शिल्प उन्नयन संस्थान के निर्माण के लिए प्रदेश सरकार को अल्टीमेटम दिया था। तब हरीश रावत ने सरकार को चेताते हुए कहा था कि अगर एक साल के भीतर निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ तो व लंबा अनशन करेंगे।
अधर में लटका शिल्प उन्नयन संस्थान का निर्माण कार्य। पर्वतीय क्षेत्र की परंपरागत कला और शिल्प को बचाने और संरक्षित करने के लिए कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में गुरुड़ाबांज में 100 करोड़ की लागत से स्व. हरिप्रसाद टम्टा पारंपरिक शिल्प उन्नयन और प्रशिक्षण संस्थान मंजूर किया गया था।
9 नवंबर 2016 को तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी इसका शिलान्यास करने गुरुड़ाबांज पहुंचीं। बावजूद इसके भूमि के समतलीकरण और चाहरदीवारी के अलावा वहां आज तक कुछ काम नहीं हो सका है। कांग्रेस शासनकाल में निर्माण के लिए 3 करोड़ रुपये अवमुक्त हुए।
इस धनराशि से समतलीकरण, चाहरदीवारी, सड़क निर्माण, पानी, बिजली की लाइन बिछाने, टंकी निर्माण के अलावा भवन की बुनियाद डालने के काम हुए, लेकिन प्रदेश में सत्ता परिवर्तन होने के बाद काम आगे नहीं बढ़ सका है।