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उत्तराखण्ड

पूर्व दर्जा राज्यमंत्री हरीश पनेरू के नेतृत्व में लोगों ने दिया एक दिवसीय धरना, सड़क किनारे लोगों को न उजाड़ने की मांग

शंकर फुलारा – संवाददाता

हल्द्वानी। नैनीताल ज़िले के पतलोट, खनसयू, रामगढ़, नथुवाखान,लेटीबूगा, पदमपुरी, चाफी, विनायक, खुटानी, धारी, कसियालेख, भीमताल, सलडी आदि प्रमुख स्थानों सहित पूरे भीमताल विधानसभा के लोगों को न उजाडे़ जाने के विरोध में पूर्व दर्जा राज्यमंत्री हरीश पनेरू के नेतृत्व में एक दिवसीय धरना दिया गया है।

पूर्व दर्जा राज्यमंत्री हरीश पनेरू ने कहा कि भीमताल विधानसभा की साठ प्रतिशत पहाड़ी मूल के लोग इससे प्रभावित हो रहे हैं। इसके साथ जियोलिकोट से हल्द्वानी तक सड़क किनारे दुकानें के द्वारा अपनी आजीविका चलाने वाले उत्तराखंड के मूल निवासियों को उत्तराखंड सरकार को भी मालिकाना हक़ देना चाहिए।

चिन्हीकरण के नाम पर पतलोट, खनस्यू सहित अति पिछडे़ इलाक़ों में निशान लगाकर दहशत का माहौल पैदा किया जा रहा है जो कि न्यायसंगत प्रतीत नहीं होता है। उक्त क्षेत्रों में 19,50 से विस्थापित दुकानदार पर्यटन के साथ साथ उत्तराखंड में पलायन को रोकने में मददगार साबित हुए हैं।

उस टाइम पर वन पंचायत ने प्रस्ताव पारित कर उक्त भूमि दियी गयी थी इसलिए प्रदेश सरकार उनको उजडने से बचाने के लिए बन पंचायती की भूमि बंजर भूमि बेनाप भूमि पर बसे लोगों को मालिकाना हक़ दे तभी उत्तराखंड से पलायन एवं उत्तराखंड के मूल निवासियों की रक्षा हो सकती है।

उक्त बात बुद्ध पार्क हल्द्वानी में धरना स्थल पर आयोजित ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कही पूर्व दर्जा राज्यमंत्री हरीश पनेरू कहीं और प्रमाण पत्र के साथ 1975 वनपंचायत के अभिलेख दिखाये इसलिए माननीय न्यायालय के आदेशों का सम्मान करते हुए उक्त भूमि पर बसे लोगों को मालिकाना हक़ देने हेतु कैबिनेट से पास कराकर आगे की कार्रवाई कराई जाए।

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हाईकोर्ट नैनीताल में सरकार की ओर से पुनर्विचार याचिका दाख़िल हो क्योंकि पहले से ही पलायन की मार झेल रहे पहाड़ी क्षेत्र में एक बार फिर से नौ जवान उक्त घटना का संज्ञान लेकर पलायन करने को मजबूर हो सकते हैं तथा पर्यटन व्यवसाय पर भी इसका असर पड़ सकता हैं ।

युवा तथा बेरोज़गारों को लगने लगे कि अपने राज्य में पराये है क्योंकि इसमें बहुत सारे बेरोज़गार कोरोना काल में सरकार के आह्वान पर उत्तराखंड आकर अपना व्यवसाय कर रहे अगर सरकार इस मुद्दे पर गंभीरता से मालिक विचार कर मालिकाना हक़ नहीं देती है तो एक सप्ताह बाद बेम ताल में बहुत बड़ी रैली के रूप में आंदोलन किया जाएगा जिसकी ज़िम्मेदारी प्रदेश सरकार की होगी चर्चा की।

इस अवसर पर सोबन सिंह चिलवाल हल्द्वानी छात्र संघ के कोषाध्यक्ष दीपक मेवाड़ी पतलोट छात्र संघ उपाध्यक्ष को कमल मेवाड़ी हरूँ मेवाड़ी मदन मेवाड़ी सामाजिक कार्यकर्ता नरेंद्र बरगली पंकज पलडिया दीपक लक्ष्मण सिंह गोनियाँ बेलवाल दीपू सनवाल ललित संभाल अशोक जोशी दीपक जोशी छात्र नेता दीपक संबल सहित दर्जनों लोगों ने भूत पार्क में 10बजे से लेकर बारह बजे तक धरना दिया।

उत्तराखंड के भूमिया देवता देता न्याय कराओ गोलजू देवता पंचनाम देबौ की जय हो जो केदारनाथ भगवान की जय हो बद्रीनाथ भगवान की जय हूँ आदि नारे लगाकर धरना स्थल पर माहौल भक्तिमय हो गया तथा सभी दुकानदारों को भगवान के प्रति श्रद्धा व्यक्त करते हुए न्याय की उम्मीद जगी है।

धरना स्थल पर हल्द्वानी विधायक सुमित हिरदेश समेत निर्देश ने पहुंचकर धरने को अपना समर्थन दिया।

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