उत्तराखण्ड
ओखलकांडा ब्लॉक की सड़कों की दुर्दशा पर ग्रामीणों का फूटा गुस्सा
हल्द्वानी। पहाड़ से बुद्ध पार्क मेंधरना देने पहुंचे ओखलकांडा ब्लॉक के ग्रामीणों ने आक्रोश जताया और पीडब्ल्यूडी ज के खिलाफ नारेबाजी की।
बता दें कि यहां के मुख्य ग्रामीण मार्गों का बहुत बुरा हाल है। जगह – जगह गड्ढों से कई बार दुर्धटनायें हो चुकी हैं। सबसे ख़राब हालत 26 किलोमीटर वाले लम्बे मार्ग (छिड़ाखान – अमजड़) मोटर मार्ग का है यह ग्रामीण हाइवे ओखलकांडा सहित चम्पावत जिले के सैकड़ों गावों को जोड़ता है, पर्यटन के लिहाज से भी यह सड़क महत्वपूर्ण है। हल्द्वानी से रीठा- साहिब को जोड़ने वाला यह सबसे नजदीक रुट है।
ओखलकांडा विकासखंड की जर्जर दर्जनों मोटर मार्गों की स्थिति किसी से छुपी नहीं है। जिसको लेकर अब ग्रामीणों ने मोर्चा खोल दिया है, कई सालों से सड़कों की स्तिथि नहीं सुधरने पर अब ग्रामीण धरने पर बैठ गए हैं, पूर्व दर्जा राज्य मंत्री हरीश पनेरु के नेतृत्व में ग्रामीणों ने बुधवार को पहाड़ से पहुंचकर हल्द्वानी के बुद्ध पार्क में जोरदार धरना – प्रदर्शन किया। इन सड़कों से रोजाना सैकड़ों लोग अपनी जान हथेली पर रखकर आवागमन कर रहे हैं जगह – जगह सड़कें टूटी है। सड़क मार्गों की बुरी दुर्दशा के कारण आये दिन हादसे होते हैं। कई हादसों के बाद प्रशासन आँख मुदकर बैठा हुआ है।
कांग्रेस नेता हरीश पनेरु ने आरोप लगाया की आजादी के बाद ओखलकांडा विकासखंड का दुर्भाग्य है की जिस गति से विकास होना चाहिए था वह कहीं नहीं दिखाई देता यह ब्लॉक क्षेत्रफल में सबसे बड़ा विकासखंड होने के बावजूद भी विकास में पिछड़ा हुआ है। यह मार्ग चम्पावत जिले को जोड़ने वाले मुख्य ग्रामीण हाईवे की स्तिथि है।
पूर्व वन पंचायत सरपंच कमल शर्मा ने कहां की चुनाव पर सैकड़ों वादे करने वाले जनप्रतिनिधियों ने भी क्षेत्र से अब मुंह मोड़ लिया है। उन्होंने कहा अगर जल्द ही सड़कों की स्थिति जल्द ठीक नहीं होती है तो वह इस आंदोलन को और बड़ा करने के लिया बाध्य होंगे, इस दौरान आंदोलन को समर्थन देने क्षेत्र के कई गावों से लोग शामिल हुए थे।
रिपोर्ट – शंकर फुलारा