उत्तराखण्ड
घमासान:-बदलते सुर, नाराजगी करा सकती घर वापसी
देहरादून। कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए 10 विधायकों को भाजपा में भलेही पद प्रतिष्ठा मिल गई हो लेकिन कुछ विधायकों में आज भी नाराजगी देखने को मिलती रहती है। भाजपा ने कांग्रेस छोड़कर आए विधायकों में से अधिकांश को मंत्रिमंडल में शामिल किया, लेकिन वन मंत्री हरक सिंह रावत के सुर और तेवर शुरू से ही बिगड़ते दिखाई देते रहे हैं। भाजपा में रहते हुए भी वह कई बार अपनी नाराजगी खुलकर व्यक्त कर चुके हैं। बीते दिनों हरक सिंह रावत ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए साफ शब्दों में कह दिया है कि वह सब एक हैं और कभी भी अपना निर्णय बदल सकते हैं। यानि की पार्टी छोड़ सकते हैं। यकीन ना हो तो हाल ही रायपुर में हुए एक कार्यक्रम के दौरान कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत के सामने की कार्यकर्ताओं में तू तू मैं मैं हो गई थी, यह सब उसी बात का हिस्सा माना जा रहा है।
राजनीतिक जानकारों का यह भी कहना है कि 2022 के चुनाव में टिकट को लेकर जहां भाजपा में भी घमासान मचने के आसार दिखाई दे रहे हैं वहीं कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए नेता कभी भी घर वापसी कर सकते हैं। हरक सिंह रावत ने पत्रकारों से कहा कि भाजपा में उनकी कोई कदर नहीं है और न ही उन्हें मान सम्मान दिया जाता है।