उत्तराखण्ड
खतरे के निशान से ऊपर बह रही गंगा
हरिद्वार। धर्म नगरी हरिद्वार में गंगा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। सुबह से ही गंगा का जलस्तर 293.05 मीटर पर चल रहा है। जबकि, वार्निंग लेवल 293 मीटर है। बैराज की क्षमता 294 मीटर है। वहीं, निचले इलाकों में जलभराव हो गया है। लालढांग में भू-कटाव से बाढ़ का खतरा भी बढ़ गया है। धनोरी क्षेत्र में खेतों में पानी भर गया है।
बारिश के कारण भूस्खलन और भूधंसाव से पांच नेशनल हाईवे समेत कुल 200 से ज्यादा सड़कें बंद हैं।टिहरी जिला प्रशासन ने ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग 58 को तपोवन से मलेथा तक आवागमन के लिए बंद कर दिया है। पहाड़ियों से लगातार पत्थर और बोल्डर गिरने से पर्वतीय क्षेत्रों की यात्रा खतरनाक बनी हुई है। ऐसे में लोगों को इन दिनों पहाड़ की यात्रा टालने की सलाह दी गई है।लोनिवि की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार, प्रदेश में पांच नेशनल हाईवे, 15 स्टेट हाईवे, सात जिला मार्ग, 13 अन्य जिला मार्ग, 90 ग्रामीण सड़कें (सीविल) और 89 ग्रामीण सड़कें बाधित हैं। लोनिवि, बीआरओ और दूसरी एजेंसियों की ओर से सड़कों को खोलने की कार्रवाई लगातार जारी है।