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उत्तराखण्ड

राज्य में मौसम का हाई अलर्ट , इन 07 जिलों में छुट्टी घोषित ,कई सड़कें बंद

उत्तराखंड में मानसून की एंट्री के साथ ही भारी बारिश का दौर जारी है जिससे राज्य में जनजीवन-अस्त व्यस्त हो गया है। आलम ये है कि जगह-जगह पहाड़ियां दरक रही हैं। जिससे लगातार भूस्खलन हो रहा है और सड़कें बंद हो रही हैं। मौसम विज्ञान केंद्र ने प्रदेशभर में आगामी तीन दिनों तक भारी बारिश का रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। जिसे देखते हुए 7 जिलों देहरादून, उत्तरकाशी, नैनीताल, अल्मोड़ा, बागेश्वर, पिथौरागढ़ और ऊधमसिंह नगर में कक्षा एक से 12 तक के सभी स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र बंद रहेंगे। संबंधित जिलों के जिलाधिकारी की ओर से इसके आदेश जारी कर दिए है।

07 जिलों में छुट्टी घोषित

उत्तरकाशी, देहरादून और पिथौरागढ़ में एक दिन(10 जुलाई), ऊधमसिंह नगर में दो दिन(10 व 11 जुलाई), अल्मोड़ा व बागेश्वर में तीन दिन.(10 से 12 जुलाई) और नैनीताल में 10 से 13 जुलाई तक चार दिवसीय अवकाश घोषित किया गया है।

राज्य मौसम विज्ञान केंद्र द्वारा जारी पूर्वानुमान के मुताबिक उत्तराखंड के अधिकांश जिलों में सोमवार को भी कहीं-कहीं भारी बारिश के आसार हैं। मौसम विभाग ने 10 से 13 जुलाई तक प्रदेशभर के सभी जिलों में कहीं-कहीं भारी से भारी बारिश का रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। प्रदेश के अधिकांश इलाकों में बारिश की तेज बौछार के साथ बिजली चमकने और तेज गर्जन की आशंका है। मौसम विभाग ने हिदायत देते हुए बारिश के दौरान पक्के घरों में रहने को कहा है। खुले स्थान पर मवेशियों और वाहनों को रखने से बचने की सलाह दी है।

प्रदेश में भारी बारिश पर्वतीय क्षेत्रों की सड़कों पर भारी पड़ रही है। बीते 24 घंटे में ही भूस्खलन और स्लिप आने से 241 सड़कें बंद हुई हैं। इनमें से 160 सड़कें एक दिन पहले से बंद थीं, जबकि 81 सड़कें रविवार को बंद हुईं। रविवार देर शाम तक 70 सड़कों को खोला जा सका था, जबकि 171 सड़कें अवरुद्ध रहीं।

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प्रदेश में भारी बारिश की सबसे अधिक ग्रामीण सड़कों पर पड़ी है। कई गांव जिला मुख्यालय से कट गए हैं। प्रमुख अभियंता लोनिवि दीपक यादव ने बताया कि बारिश के चलते बाधित हुई सड़कों को सुचारु करने के लिए 166 जेसीबी, पोकलेन, चेन डोजर आदि मशीनों को लगाया गया है। बंद सड़कों में 16 स्टेट हाईवे, सात मुख्य जिला मार्ग, चार अन्य जिला मार्ग, 80 ग्रामीण सड़कें और 64 पीएमजीएसवाई की सड़कें शामिल हैं।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को दिए अलर्ट पर रहने के निर्देश

उत्तराखंड में मौसम का मिजाज बिगड़ा हुआ है भारी बारिश के चलते कई जगहों पर नदी नाले उफान पर हैं। इसके चलते सीएम धामी ने भी अफसरों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं। सीएम धामी ने ट्वीट करते हुए लिखा ‘कुछ दिनों से प्रदेश में हो रही अत्यधिक बारिश के मद्देनज़र मेरा सभी से निवेदन है कि ऐसे समय में आप पूर्ण सतर्कता बनाए रखें व अनावश्यक यातायात से बचें। नागरिकों की सुरक्षा को प्राथमिकता पर रखते हुए किसी भी प्रकार की परिस्थिति से निपटने हेतु प्रशासन को भी रेड अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए हैं।’

आपातकालीन परिचालन केंद्र ने किया जिलों को अलर्ट हेल्पलाइन नंबर जारी

देहरादून। निदेशक, भारत मौसम विज्ञान विभाग, देहरादून के द्वारा जारी पूर्वानुमान के अनुसार दिनांक 10 जुलाई से 12 जुलाई तक राज्य के चमोली, पौड़ी गढ़वाल, पिथौरागढ़, बागेश्वर, अल्मोड़ा, चम्पावत, नैनीताल एवं ऊधमसिंह नगर में कहीं-कहीं बहुत भारी से अत्यन्त भारी वर्षा के साथ-साथ कहीं-कहीं गर्जन के साथ आकाशीय बिजली चमकने / वर्षा के अति तीव्र से अत्यन्त तीव्र दौर होने की संभावना व्यक्त की गयी है।
इसी क्रम में सचिव आपदा प्रबंधन डॉ रंजीत कुमार सिन्हा के निर्देश पर राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र की ओर जिलाधिकारी चमोली, पौड़ी गढ़वाल, पिथौरागढ़, बागेश्वर, अल्मोड़ा, चम्पावत, नैनीताल एवं ऊधमसिंह नगर को अपने जनपदों में विशेष सावधानियां सुनिश्चित करने हेतु निर्देश जारी किये गए है | संबंधित जिलाधिकारिओ को प्रत्येक स्तर पर तत्परता एवं सुरक्षा बनाये रखते हुए आवागमन में नियंत्रण रखने, किसी भी आपदा / दुर्घटना की स्थिति में त्वरित स्थलीय कार्यवाही करते हुए सूचनाओं

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का तत्काल आदान-प्रदान करने, आपदा प्रबन्धन IRS प्रणाली के नामित समस्त अधिकारियो एवं विभागीय नोडल अधिकारियो को
हाई अलर्ट में रहने, समस्त राजस्व उपनिरीक्षको , ग्राम विकास अधिकारियो , ग्राम पंचायत अधिकारियो को अपने क्षेत्रों में
बने रहेंने,समस्त चौकी/

थाने को भी आपदा सम्बन्धी उपकरणों एवं वायरलैस सहित हाई अलर्ट में
रहने, उक्त अवधि में किसी भी अधिकारी / कर्मचारी को मोबाईल / फोन स्विच ऑफ नहीं करने, अधिकारीगणो को बरसाती, छाता, टार्च हैलमेट तथा कुछ आवश्यक उपकरण एवं सामग्री अपने वाहनों में रखने हेतु उचित कार्यवाही करने, उक्त अवधि में लोगों के फँसे होने की स्थिति पर खाद्य सामग्री व मेडिकल सुविधा की
व्यवस्था करने, विद्यार्थियों की सुरक्षा के दृष्टिगत विद्यालयों में विशेष सावधानी बरतने, असामान्य मौसम, भारी वर्षा की चेतावनियों के दौरान उच्च हिमालयी क्षेत्रों में पर्यटकों के
आवागमन की अनुमति न देने, नगर एवं कस्बाई क्षेत्रों में नालियों एवं कलवटों के अवरोधों को दूर करने,
NH, PWD, PMGSY, ADB, BRO, WB, CPDW आदि किसी भी मोटर मार्ग के बाधित होने की दशा में उसे तत्काल खुलवाना सुनिश्चित करने,केन्द्रीय जल आयोग के लिंक http//ffs.india-water.gov.in से जलस्तर / खतरे की स्थिति की सतत मॉनिटरिंग सुनिश्चत करने के निर्देश जारी किये गए है |
समस्त सम्बन्धित अधिकारियो को किसी भी प्रकार की आपदा की सूचना SEOC/ राज्य आपदा नियंत्रण कक्ष के फोन नम्बरों 0135-2710335, 2664314, 2664315 2664316, फैक्स नं० 0135-2710334, 2664317. टोल फ्री नं0 1070, 9058441404 एवं 8218867005 पर तत्काल देने के भी निर्देश जारी किए गए हैं।

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