कुमाऊँ
हिमालय संगीत शोध समिति का होली महोत्सव शुरू
होली गायकी की बैठक में जमे धुरंधर, होली संगीत कार्यशाला आरंभ
हल्द्वानी। सांस्कृतिक चेतना के लिए अग्रणी हिमालय संगीत सोच समिति का होली महोत्सव आरंभ हो चुका है। होली गायकी के लिए समिति के जे के पुरम मुखानी में धुरंधर होल्यार गायक जुटे। इसके साथ ही होली संगीत कार्यशाला भी आज से शुरू हो चुकी है।
कार्यशाला में आरोही भट्ट, खुशी बरोला, गरिमा बरोला, जीविका भट्ट, दिव्या जोशी, वर्णिका, उन्नति भट्ट, प्रियंका शर्मा,अनुज्ञा जोशी, देवांशी ने भावपूर्ण नृत्य से शुरुआत की। गणपति स्तुति ‘सिद्धि को दाता विघ्न विनाशक, की प्रस्तुति नितिन पाठक, देवांश, काशी पाठक, आदित्य उप्रेती, दिवेश कुमार, सुमित पांडे ने कि ‘तुम सिद्धि करो महाराज, प्रस्तुति करने के लिए नव्या उनियाल, बरखा जोशी, कार्तिकेय गंगोला, शिवांश गंगोला, उत्कर्ष उप्रेती, नीरज उप्रेती की टीम जुटी। निर्माण की होली गायकी में युवा कलाकार कार्तिक कांडपाल,अविरल शाह, निमिष कांडपाल, गर्वित अभय जोशी, उमा मेलकानी, भूमि जोशी, आराध्या उपाध्याय प्रथम की प्रस्तुति ने मन मोह लिया। किशोर कलाकार संगीता बिष्ट, रिचा सनवाल, पूनम उपाध्याय, दीपक, जगदीश पांडे ने शुभम मठपाल, पंकज जोशी को तबला संगत में प्रस्तुत दी।’ भव भंजन गुनगाउ, अपने राम को रिझाओ, सूर्यमयी प्रस्तुति देने के लिए आशीष मेहता, पीयूष पांडे, कमल जोशी, दीपक आर्य, राहुल तिवारी, गौरव वर्मा, शुभम पोखरिया, कविता मेहरा, अमीषा की टीम सर्वश्रेष्ठ रही। इससे पूर्व जगदीश चंद्र पांडे ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
संगीतज्ञ डॉक्टर पंकज उप्रेती ने धमार की प्रस्तुति दी। ‘आप तो गांव धमार होरी खेलन की बहार, बोलत उफ मृदंग मधुर सुर बज रही, आचार्य धीरज उप्रेती की तबला संगत में मयंक, भरत, योगेश उपाध्याय ने शानदार प्रस्तुति दी। इस अवसर पर श्रीमती जानकी पाठक, श्रीमती गीता उप्रेती, श्रीमती आरती उप्रेती, तनुजा जोशी, दीपक जोशी, आनंद बल्लभ जोशी आदि उपस्थित रहे।